- बोर्ड के 150 और जिला प्रशासन से 60 हैंडपंपों को लगाया जाना
- अभी तक दो माह में सिर्फ 11 हैंडपंप लगाए जाने को मिली हरी झंडी
FATEHPUR : गर्मी के दिनों में पानी की खपत बढ़ जाने से शहर में पेयजल संकट गहराया हुआ है। इसके बाद भी पालिका प्रशासन में चेतना का अभाव दिख रहा है। गठित कमेटी अभी तक 11 स्थानों को ही हैण्डपम्प के लिए चिन्हित कर पाई है। शेष काम कब पूरा होगा इस पर प्रशासन चुप्पी साधे है।
बोर्ड बैठक में 150 हैंडपंप लगाने का निर्णय
शहर की तीस लाख की आबादी पेयजल के संकट से निजात नहीं मिल पा रही है। संकट से उबारने के जो प्रयास किए गए हैं। वह निष्प्रभावी साबित हो रहे हैं। भीषण गर्मी को देखते हुए मार्च माह के अंत में हैंडपंप लगाने का निर्णय लिया गया था। 11 मार्च की बोर्ड की बैठक में 150 हैंडपंप लगाए जाने का निर्णय लिया गया तो जिला प्रशासन ने शहर में 60 हैंडपंप लगाने को हरी झंडी दी। जिला प्रशासन ने हैंडपंप लगाने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया। जिसमें जलनिगम के अधिशाषी अभियंता, नगर पालिका की अधिशाषी अधिकारी और राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार को नामित कर दिया। जून माह में इस टीम ने शहर में सभासदों द्वारा सुझाए गए स्थानों का भौतिक सत्यापन किया। भीषण गर्मी में घूमी टीम को महत 11 स्थान ही खोजे मिले। पेयजल संकट से शहरी जूझ रहे हैं।
बिजली पर निर्भर है जलापूर्ति
शहर में मौजूदा समय में 43 नलकूपों से पेयजल की आपूर्ति होती है। इनमें आबूनगर, रेड़इया, मसवानी, जयराम नगर, तुराब अली का पुरवा, गढ़ीवा, शादीपुर आदि ऐसे मुहल्ले हैं जहां पर पानी के लिए लोगों को आम दिनों में परेशान होना पड़ता है। इसके बाद शहर में पेयजल आपूर्ति सीधे नलकूपों पर आधारित है। बिजली गुल होते ही पानी निकलना बंद हो जाता है। बिजली का संकट किसी से छिपा नहीं है। इसके बाद भी हैंडपंप लगवाने में प्रशासन ने संजीदगी नहीं दिखाई है।
कुल मुहल्ले : 150
वार्ड : 30
आबादी : 3 लाख
अब तक लगे हैंडपंप : 700
खराब : 110
क्या बोले जिम्मेदार
नगर पालिका हैंडपंप लगाने का काम नहीं करता है। यह काम जल निगम से करवाया जाता है। पालिका क्षेत्र में जो हैंडपंप लगने हैं उनके स्थान चिन्हींकरण का काम चल रहा है। एक एक जगह में जाकर तीनों अधिकारियों की रिपोर्ट बनती है। 11 स्थानों में हैंडपंप लगाने का काम शुरू हो गया है। जल निगम का कहना है कि वह एक साथ वह हैंडपंप नहीं लगा सकता है। इसलिए किश्तों में हैंडपंप लगाए जाएंगे।
रश्मि भारती, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका