- शिक्षा मंत्री के लौटते ही नोटिस देकर किया जाएगा जवाब-तलब

- फिर टॉपर को लेकर सतर्क नहीं रहा बोर्ड, अंतिम समय तक बचाव की कोशिश

 

क्कन्ञ्जहृन् : लगातार दूसरे साल इंटर के रिजल्ट में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने से हुई बदनामी एक बार फिर बिहार विद्यालय परीक्षा के मुखिया यानी अध्यक्ष को भारी पड़ सकती है। सरकार बोर्ड अध्यक्ष से इसलिए नाराज है, क्योंकि सतर्कता बरतने और कड़ाई के स्पष्ट निर्देश के बाद भी गड़बड़ी सामने आ गई। सरकार का निर्देश था कि परीक्षा में टॉपरों का भौतिक सत्यापन करा लें। अगर बोर्ड अधिकारियों ने पहले ही गणेश की उम्र को लेकर शक किया गया होता, तो यह नौबत नहीं आती। शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी बाहर हैं। उनके लौटते ही बोर्ड को नोटिस देकर जवाब-तलब किया जाएगा।

 

बोर्ड अध्यक्ष और सीनियर अधिकारी घेरे में

सूत्रों के अनुसार सरकार ने बोर्ड के कुछ अन्य वरीय पदाधिकारियों को नोटिस जारी करने की तैयारी की है। शिक्षा मंत्री डॉ। अशोक चौधरी के राज्य के बाहर होने की वजह से नोटिस जारी नहीं की गई है। बोर्ड अध्यक्ष समेत बोर्ड के कुछ अन्य अधिकारियों से सरकार पूरे प्रकरण में उनका पक्ष जानेगी। सरकार यह जानने का प्रयास करेगी कि गणेश की उम्र को लेकर बोर्ड ने पहले ही जांच पड़ताल क्यों नहीं की? मीडिया में खबर आने के बाद बोर्ड ने पुराने रिकॉर्ड क्यों खंगाले? बोर्ड अध्यक्ष के जवाब के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चत हो सकेगी।

 

जेल में हैं पहले वाले बोर्ड अध्यक्ष

पिछले वर्ष टॉपर घोटाले को लेकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था के मामले में खूब सवाल उठे। बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर की गिरफ्तारी तक हुई। इसके बाद ने सीनियर आइएएस अफसर आनंद किशोर को बोर्ड अध्यक्ष का दायित्व सौंपा। उनसे उम्मीद गई थी कि वे बोर्ड की कार्यसंस्कृति में सुधार लाएंगे। सरकार ने बोर्ड अध्यक्ष को निर्देश दिए थे कि भविष्य में जो भी रिजल्ट प्रकाशित हो, उसके लिए सतर्कता बरती जाए। कड़ाई से जांच हो। टॉपर लिस्ट जारी करने के पहले भी भौतिक सत्यापन कराया जाए। भले ही दो चार दिन का विलंब हो परन्तु पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही टॉपर लिस्ट जारी की जाए।

 

गणेश का बचाव करता रहा बोर्ड

गणेश की उम्र, उसके झारखंड से यहां आकर परीक्षा देने और संगीत ज्ञान पर मीडिया में सवाल उठे। बोर्ड अध्यक्ष ने गणेश कुमार का बचाव किया। कहा कि उसकी प्रतिभा को लेकर कोई संशय नहीं। फिर सरकार को जानकारी दिए बगैर उन्होंने मीडिया में गणेश की उम्र का मामला सार्वजनिक कर दिया। अब बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर सरकार निशाने पर हैं। शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को ही कहा था कि मामले की जांच होगी। जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसे जवाब देना होगा।