PATNA:बिहार के लोग खुद को कम न समझें। जहां बिहार के लोग एकत्रित हो जाते हैं वहां ऊर्जा का सृजन होता है। बिहार में ही गौतम बुद्ध को बौद्धत्व और महात्मा गांधी को प्रेरणा मिली। यह बातें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कही। वे श्रीकृष्ण सिंह की क्ख्9वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में श्री एसके मेमोरियल सभागार में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि जात- पात में बंट जाने के कारण ही देश लंबे समय तक गुलाम रहा। साम्प्रदायिक ताकतें मजहब के नाम पर देश को बांटने की साजिश कर रही हैं। कांग्रेस ने जात और धर्म के बंधन को तोड़ने का प्रयास किया। इससे पहले स्वामी हरिनारायणनंद जी महाराज ने समारोह का उद्घाटन किया।

भारत रत्न देने का प्रस्ताव हुआ पारित

इस मौके पर श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्‍‌न देने का प्रस्ताव पारित किया गया। यहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीपी जोशी ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह जात नहीं जमात के नेता थे। उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। बिहार ने देश की राजनीति को प्रभावित किया है। देश को बिहार से काफी उम्मीद है। केरल और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह हर वर्ग के नेता थे। उनको बिहार केशरी की उपाधि सरकार ने नहीं दी थी बल्कि जनता ने दी थी। महात्मा गांधी को उनपर अटूट विश्वास था। कहा कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री को भारत रत्‍‌न सम्मान दिया गया पर श्रीबाबू को वंचित रखा गया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद ने कहा कि श्रीबाबू सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूर देश के नेता थे। कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाकर देश को बांटने की साजिश की जा रही है। देश को टूटने से बचाने के लिए सबको पहल करनी होगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ अखिलेश सिंह ने समारोह की अध्यक्षता की। मौके पर सदानंद सिंह, केके तिवारी, संजीव प्रसाद टोनी, जनार्दन शर्मा, सिद्धार्थ, प्रेमचन्द्र मिश्रा, विश्वमोहन शर्मा, मनटन सिंह, कन्हैया प्रसाद पांडेय, पद्माशा झा, जया मिश्रा आदि ने विचार व्यक्त किए।