PATNA : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआईटी के रडार पर आए सीनियर आईएएस सीके अनिल ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। सीएम के साथ प्रदेश के कई आला अफसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने पेपर लीक मामले में जबरन आरोपित बनाने की बात कही है। सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने इस एक्शन को प्रमोशन घोटाला उजागर करने का रिएक्शन बताया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमोशन घोटाले का मामला उठाया था जिसके बाद सरकार में हड़कंप मच गई थी। सीके अनिल ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय कार्मिक मंत्री को पत्र भेजकर सीबीआई जांच की मांग की है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के हाथ भी पत्र लगा है जिसमें उन्होंने सिस्टम पर अटैक किया है।

उजागर किया था घोटाला

प्रदेश के सीनियर आईएएस अफसर सीके अनिल ने पत्र क्फ् अप्रैल को जारी पत्र में पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी उन्हें प्रताडि़त कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री, प्रधान सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके स्पष्ट आदेश पर राजनैतिक बदले की भावना से उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। सीके अनिल का कहना है कि अगस्त ख्0क्म् में उन्होंने प्रमोशन घोटाला उजागर किया था जिसमें सरकार रंगे हाथ पकड़ी गई।

सीएम सहित कई पर आरोप

सीनियर आईएएस ने अपने पत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, सामान्य प्रशासन के प्रधान सचिव पर घोटाले में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके लिए इस सच्चाई को सार्वजनिक करना भारी पड़ा है। आरोप है कि केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने प्रमोशन रद करने का आदेश दिया था जिसपर महालेखाकार ने वेतन पर्ची भी रद कर दिया था। इसके बावजूद राज्य सरकार ने अवैध प्रमोशन आदेश को निरस्त नहीं किया।

एसआईटी को फंसाने का आदेश, जान पर है खतरा

सीनियर आईएएस ने आरोप लगाया है कि एसआईटी को आदेश दिया गया है कि वह उन्हें पेपर लीक मामले में आरोपित बनाए। इसके साथ ही उन्हें धमकी भरे फोन भी आ रहे हैं जिससे उनकी जान को खतरा है। जिंदगी पर खतरा बताते हुए उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ प्रदेश में बड़ी साजिश चल रही है जिसमें कई बड़े नेता व अफसर शामिल हैं। इस मामले में उन्होंने अन्य कई गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।

हमने उठाया था मामला

नियम विरुद्ध तरीके से आईएएस अफसरों की पदोन्नति से जुड़े प्रमोशन घोटाले को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उठाया था। प्रदेश सरकार ने तीन चर्चित आईएएस अफसरों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर सचिव से प्रधान सचिव बना दिया था। खबर के बाद सरकार में खलबली मच गई और केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने भी आपत्ति जताई थी। खबर के बाद केंद्र सरकार से लेकर महालेखाकार गंभीर हुए और मामला काफी चर्चा में आया था।

पत्र में किया है इन बिंदुओं का उल्लेख

बीएसएससी एग्जाम की प्रक्रिया को समझाते हुए खुद को पेपर लीक मामले में बेदाग बताया है

पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार की अरेस्टिंग के बाद एसआईटी के इंचार्ज मनु महाराज ने सीके अनिल की अरेस्टिंग की बात की है

सीके अनिल की मूल पदस्थापना बिहार राज्य योजना परिषद के सलाहकर है, बीएसएससी में ओएसडी का अतिरिक्त प्रभार है सीके अनिल को परीक्षा के लिए काम करने को कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया था, परीक्षा से उनका कोई मतलब नहीं है।

इस मामले में जितनी गिरफ्तारी हुई है उसमें विभाग के अलावा वह किसी को जानते पहचानते नहीं हैं वह फरार नहीं है, ख्ख् फरवरी को बैडमिंटन खेलने के दौरान रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में इलाज करा रहे हैं

सुधीर कुमार के अवकाश संबंधित हस्ताक्षर उनका नहीं है, हस्ताक्षर लगत है और इसकी जांच कराई जाए तो सच सामने आएगा

अगमकुआ थाना कांड संख्या ब्ब्-क्7 में सीबीआई जांच कराई जाए तो सरकार के साथ सिस्टम की सच्चाई सामने आ जाएगी