500 में 426 मा‌र्क्स के साथ स्टेट के सेकेंड टॉपर बने यशस्वी कश्यप

PATNA: यशस्वी कश्यप स्टेट का सेकेंड टॉपर है। यशस्वी को 500 में 426 मा‌र्क्स आए हैं। वो विद्यापति प्लस टू हाई स्कूल मऊबाजितपुर (साउथा) में पढ़ता था। स्कूल के प्रिंसिपल शैलेश प्रसाद सिंह कहते हैं कि कश्यप बहुत ही अच्छा स्टूडेंट है। वह जमाने के साथ साथ हमेशा अपडेट रहने वाला स्टूडेंट है। शुरू से उसे आईटी से लगाव देखता था। कल्याणपुर निवासी यशस्वी के पिता निर्मल कुमार सिंह कहते हैं कि ये अपने स्टडी को लेकर हमेशा सीरियस रहा। पढाई के लिए इसे कभी डांटना नहीं पड़ा मुझे। यशस्वी के पिता पेशे से इंजीनियर हैं और मां सरिता देवी हाउस वाइफ हैं। यशस्वी की एक छोटी बहन वैद्या है जो आठवीं में पढ़ती है। यशस्वी ने सीबीएसई बोर्ड से दसवीं की परीक्षा दी थी और बाद में इंटर के लिए बिहार बोर्ड का रुख किया।

चीफ सेक्रेटरी भी यहीं पढ़े थे

स्कूल के प्रिंसिपल शैलेश प्रसाद सिंह कहते हैं कि यह गर्व करने वाली बात है कि हमारे स्कूल का बच्चा स्टेट का सेकेंड टॉपर है। पि्रंसिपल ने बताया कि स्टेट के चीफ सेक्रेटरी अंजनी कुमार सिंह उन्हीं के स्कूल से क्97ख् में दसवीं पास किए थे, लेकिन स्कूल के पि्रंसिपल की मानें तो स्टेट में अपनी पहचान रखने वाले इस स्कूल में सुविधाओं की कमी है। प्लस टू लेवल के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं। वहीं, पुराने भवन का भी सालों से मरम्मत नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल से इस स्कूल में छह सौ बच्चे इंटर में हैं और इतने बच्चों के लिए मात्र 8 शिक्षक हैं। प्रिंसिपल कहते हैं कि जरूरत है कि हमारे स्कूल पर सरकार ध्यान दे। यह और भी बेहतर रिजल्ट दे सकता है।

मुझे आईआईटी क्रैक करना है

आप स्टेट के सेकेंड टॉपर हैं, बधाई

- कभी नहीं सोचा था कि इतना बडा अचीवमेंट मिलेगा। मुझे इतना कांफिडेंस था कि मैं टॉप करुंगा, लेकिन स्टेट में सेकेंड हो जाउंगा ये कल्पना नहीं की थी। बहुत खुशी हो रही है।

अब आगे?

- मैं आईआईटी की तैयारी करूंगा। इन फैक्ट आईआईटी की तैयारी मैं शुरु भी कर दिया हूं। मेरा बस एक ही लक्ष्य है कि मैं आईआईटी क्रैक करूं और एक बड़ा इंजीनियर बनूं।

अपने गांव के लिए क्या करना चाहेंगे भविष्य में।

- इस गांव से मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं। अब तो बाहर पढ़ने चला जाउंगा, लेकिन अपने गांव को कभी नहीं भुलूंगा। आगे चलकर मेरी इच्छा है कि मैं गांव ही लौटूं और यहां रहकर यहंा के लोगों के लिए काम करूं।

कौन सा सब्जेक्ट सबसे ज्यादा पसंद है

- मुझे मैथ सबसे ज्यादा पसंद है और फिजिक्स भी बढि़या है, इसलिए आगे चलकर इंजीनियरिंग ही करूंगा।

क्या रूटीन था आपका?

- बस कभी भी मैने अपने स्टडी में गैप आने नहीं दिया और न ही मैने इसे कभी बोझ समझा। लगातार आदमी थोड़ा-थोड़ा पढ़े, तो बहुत मुश्किल है अच्छे मा‌र्क्स लाना। इसके अलावा मैं ट्यूशन भी लेता था।