-साइंस एंड फिलॉस्फी इन द इंडियन बुद्धिस्ट का लोकार्पण

द्दन्ङ्घन्/क्कन्ञ्जहृन्: दलाई लामा के आगमन से बिहार की धरती पर आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो जाता है। उनके प्ररेणा और भगवान बुद्ध के मध्यम मार्ग का अनुसरण करते हुए बिहार में न्याय के साथ विकास हो रहा है। बुद्ध की ज्ञानभूमि पर धर्मगुरू से मिलकर खुशी और यहां स्वागत करने पर आंतरिक प्रसन्नता हो रही है। यह बातें रविवार को सीएम नीतीश कुमार बोधगया के कालचक्र मैदान में कही। इसके पहले उन्होंने दलाई लामा के पैर छू कर आशीर्वाद लिए और फिर खादा भेंट किए। सीएम और दलाई लामा ने साइंस एंड फिलॉस्फी इन द इंडियन बुदिद्धस्ट क्लासिक प्रथम भाग का लोकार्पण किया।

नालंदा परंपरा को बढ़ावा

सीएम कहा कि दलाई लामा के प्रेरणा से इस पुस्तक को विकसित किया गया है। चार भाग के इस पुस्तक को विभिन्न भाषाओं में अनुवादित किया जाएगा। हिन्दी भाषा में अनुवादित हो जाने पर अधिकाधिक संख्या में लोग बौद्ध दर्शन का लाभ ले सकेंगे। भगवान बुद्ध के विचारों का वैज्ञानिक विश्लेषण इस पुस्तक में समाहित है। पहला खंड भौतिक दुनिया, दूसरा खंड मनोविज्ञान, तीसरा व चौथा खंड विशेष रूप से बुद्ध के दार्शनिक विरासत की व्याख्या की गयी है। धर्मगुरू अपने प्रवचन में अक्सर नालंदा की बात करते हैं, और ति?बत के लोग नालंदा परंपरा को बढ़ावा देते हैं।

ज्ञान का क्षेत्र रहा है

उन्होंने कहा कि नालंदा, विक्रमशिला और उदंतपुरी की चर्चा होती है। लेकिन राज्य सरकार ने नालंदा के पास तेलहाड़ा में खुदाई कराकर एक नए विश्वविद्यालय की खोज करायी है। यह क्षेत्र ज्ञान का रहा है। उन्होनें कहा कि राग द्धेष व मोह को त्यागने से जीवन स्तर में सुधार लाया जा सकता है।