BAREILLY: बरेली में बायो मेडिकल वेस्ट का इंसीनिरेटर में निस्तारण एक बड़ा छलावा है। कहने के लिए इंसीनिरेटर में डिस्ट्रिक्ट के 241 हॉस्पिटल्स का मेडिकल वेस्ट डिस्पोज किया जाता है, लेकिन सच यह है कि डिस्पोजल कागजों में किया जा रहा है। आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में गोलमाल पकड़ में आया, जब इंसीनिरेटर चलाने वाली एजेंसी के पास रॉ मैटीरियल ही नहीं मिला। थोड़ा बहुत जो वेस्ट मिला भी वह महीनों पुराना था, जिस पर धूल की कई परत जमी हुई थी। उसमें दुर्गध उठ रही थी।

डेली इंसीनिरेटर चलाने का दावा

मेडिकल वेस्ट डिस्पोज करने वाली इनविराड मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के संचालक ऋषि कपूर का दावा है कि इंसीनिरेटर डेली 8-9 घंटे चलता है। प्रति घंटा डेढ़ सौ किलो मेडिकल वेस्ट डिस्पोज करने की मशीन की क्षमता है। यह भी बताया कि उनके तीन वाहन हैं, जो दिनभर मेडिकल वेस्ट हॉस्पिटल्स से कलेक्ट करते हैं, जिन्हें सुबह दस बजे से डिस्पोज किए जाने का काम किया जाता है। सैटरडे को करीब साढ़े 12 बजे आई नेक्स्ट की टीम मौके पर पहुंची तो इंसीनिरेटर चल तो रहा था, लेकिन उनके पास मेडिकल वेस्ट नहीं था कि इंसीनिरेटर चलाएं। पूछताछ में कर्मचारी ने बताया कि सुबह से पहली राउंड का कचरा जला रहे हैं। अब उनके पास मेडिकल वेस्ट नहीं है। एक बार में वह 40 केजी मेडिकल वेस्ट डिस्पोज कर पाते हैं। ऐसे में, बड़ा सवाल है कि तीन वाहनों का कचरा गया कहां। या फिर दावा झूठा है।

डिस्पोज नहीं फैला रहा बीमारी

इनविराड मेडिकेयर लिमिटेड की बिल्डिंग में जब आसपास नजर दौड़ाई गई तो महीनों पुराना मेडिकल वेस्ट पॉलीबैग में सड़ रहा था। कमरों में इतनी दुर्गध थी कि दम घुट रहा था। जबकि नियम-कायदे की बात करें तो हॉस्पिटल मेडिकल वेस्ट को 48 घंटे से ज्यादा अपने पास नहीं रख सकते हैं। ऐसे में, मेडिकल वेस्ट को एजेंसी क्यों डिस्पोज नहीं कर रही है। मेडिकल वेस्ट सॉलिड वेस्ट में तो नहीं फेंक रहे हैं। आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि मेडिकल वेस्ट जलाने वाली कंपनी कभी-कभार चलती है।

ट्रीटमेंट प्लांट भी बंद

इंसीनिरेटर चला रही एजेंसी की पोल ईटीपी ने भी खोल दी। मेडिकल वेस्ट डिस्पोज करने के दौरान एनवॉयरनमेंट न पॉल्यूटेड हो इसके लिए एनवॉयरनमेंट ट्रीटमेंट प्लांट 'ईटीपी' लगाया गया है। ईटीपी बंद पड़ा था। उसे देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि ईटीपी को महीनों से नहीं चलाया गया है। इटीपी का यूज न करके एजेंसी एनवॉयरनमेंट को पॉल्यूट कर रही है।

रजिस्टर ने खोली पोल

26 अप्रैल को कलेक्ट किया गया मेडिकल वेस्ट

मिशन हॉस्पिटल 1.5 केजी

गंगाचरण हॉस्पिटल 1.5 केजी

गंगाशील हॉस्पिटल 1.0 केजी

ज्योति नर्सिग होम NIL

आईएमए NIL

नोट: छोटे हॉस्पिटल्स कचरा एक केजी से अधिक है

मेडिकल वेस्ट कलेक्ट करने के लिए तीन वाहन लगे हुए है। डेली करीब 9 घंटे इंसीनिरेटर चलता है। शहर के हॉस्पिटल्स उन्हें पूरा मेडिकल वेस्ट नहीं देते हैं। थोड़ा बहुत जो मिलता भी है वह सेग्रीगेटेड नहीं होता।

ऋषि कपूर, संचालक इनविराड मेडिकेयर लिमिटेड