- एचबीटीआई के केमिकल इंजीनियंिरग डिपार्टमेंट में कोर्स रिव्यू पर वर्कशॉप शुरू

KANPUR:

यूपीटीयू के इंजीनियरिंग कॉलेजों में सिलेबस चेंज करने की कवायद तेज कर दी गई है। बीटेक थर्ड इयर के न्यू सेशन में बदले हुए सिलेबस के अकॉर्डिग ही क्लासेज लगेंगी। इसके साथ ही अब केमिकल इंजीनियरिंग की पढाई करने वाले स्टूडेंट्स के कोर्स में भी 30 परसेंट तक बदलाव किए जाने की तैयारी की जा रही है। वेडनेसडे को एचबीटीआई के केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में आयोजित सिलेबस रिव्यू वर्कशाप में एक्सपर्ट ने भी इस बदलाव पर अपनी मुहर लगाई है।

माइक्रो प्रॉसेस इंजीनियरिंग पर फोकस

वर्कशॉप का इनॉग्रेशन एचबीटीआई के डायरेक्टर प्रो। एके नागपाल ने किया। प्रो। नागपाल ने कहा कि अब इंडस्ट्री के अनुसार ही इंजीनियरिंग का सिलेबस तैयार किया जा रहा है। रिव्यू वर्कशॉप आयोजित करने का मकसद सिर्फ एक्सपर्ट की राय जानना है। वर्कशाप में शिरकत करने आए डीएमएसआरडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर बाल कृष्णन ने बताया कि अब स्पेशलाइजेशन का दौर आ गया है, इसलिए सिलेबस को 30 परसेंट तक चेंज करना होगा। उन्होंने बताया कि माइक्रो प्रॉसेस इंजीनियरिंग पर फोकस करने की जरूरत है।

ट्वेल्थ लेवल पर चेंज होगा

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट से आए एक्सपर्ट प्रो। सत्तार हुसैन ने बताया कि हमारे यहां इयर 2011 से ही कोर्स में बदलाव शुरू कर दिया गया था। एचबीटीआई में थोड़ा सा बदलाव किया गया है। प्रोफेसर हुसैन का कहना है कि अब जरूरत इस बात की है कि स्टूडेंट्स को मैथ के साथ-साथ बायोलॉजी की जानकारी भी होनी चाहिए। वह दिन दूर नहीं जब मैथ के साथ बायोलॉजी की पढ़ाई ट्वेल्थ लेवल पर ही शुरू कराई जाएगी। अब सीमाएं खत्म हो रही हैं। इसलिए सिर्फ किसी एक सब्जेक्ट पर फोकस नहीं किया जा सकता।

जल्द ही बीटेक लेवल पर नैनो टेक्नोलॉजी

नैनो टेक्नोलॉजी का जो दौर आया है, वह अभी यूजी लेवल यानि कि बीटेक लेवल पर इंट्रोड्यूस नहीं किया गया है। लेकिन मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी या फिर पीएचडी मे नैनो टेक्नोलॉजी पर जबरदस्त रिसर्च वर्क चल रहा है। आने वाले समय में बीटेक लेवल पर भी नैनो टेक्नोलॉजी की पढ़ाई होगी। इंजीनियरिंग की नई ब्रांच भी तैयार की जा रही है।