1- सरकार ने हॉलमार्किंग के नियमों को बदलते हुए अब सिर्फ 3 कैटेगिरी 14, 18 और 22 कैरेट के सोने गहनों पर ही हॉलमार्किंग करने का नया नियम लागू किया है। पहले 10 कैटेगिरीके गहनों पर हॉलमार्क दिया जाता था। जिनमें 9, 14, 16,17, 18,19,20,21,22 और 23 कैरेट के गहनों पर ही हॉलमार्क आता था। अब सिर्फ 14, 18 और 22 कैरेट के गहनों पर नए तरीके से हॉलमार्क की पहचान लिखी जाएगी।
2- 18 कैरेट के सोने को ही हॉलमार्क दिखाकर 22कैरेट का बताकर बेच दिया जाता था। अब हॉलमार्क सिर्फ गिनी-चुनी कैटेगिरी में होंगे तो अब लोगों को खरा सोना ही मिलेगा। गहनों पर नंबर के साथ लिखा होगा कैरेट भी पहले सोने की शुद्धता के लिए बीआईएस की ओर से जारी किए गए नंबर को ही गहनों पर लिखा जाता था। 22 कैरेट के सोने पर 916 नंबर लिखा होता था। अब 22K916 लिखा होगा। इसके साथ ही 18 कैरेट के गहनों पर 18K750 और 14 कैरेट के गहनों पर 14K585 लिखा होगा।
3- अब आप आसानी से पहचान सकेंगे कि यह सोना कितने कैरेट का है। अब अगर 916 की जगह 914 लिखा मिलेगा तो यह मत मान मान लिजीएगा कि यह 22 नहीं इससे कुछ कम कैरेट का है। 1 जनवरी के बाद से गहनों पर मैन्युफैक्चरिंग ईयर को हटा दिया जाएगा। इस तरह अब गहनों पर 5 की जगह सिर्फ चार मार्क ही नजर आएंगे। इनमें हॉलमार्क लोगो कैरेट फिटनेस असेइंग सेंटर और ज्वैलर के पहचान मार्क ही दर्ज होंगे। इससे छोटे से छोटे गहनों पर भी हॉलमार्क की सभी जानकारियों को आसानी से देखा जा सकेगा। ये निशान पहले की बजाय थोड़े और बड़े भी नजर आएंगे।
4- पहले बिना हॉलमार्क के गहनों में यदि 22 कैरेट का सोना नहीं है तो ज्वैलर्स ग्राहकों को 21 कैरेट का सोना कहकर बेच दिया करते थे। अब अगर 22 कैरेट का सोना नहीं है तो इसे 18 कैरेट का ही माना जाएगा।
Business News inextlive from Business News Desk
Business News inextlive from Business News Desk