RANCHI : बीआईटी मेसरा के स्टूडेंट शंभु को पिस्टल का भय दिखाकर अपराधी अपने साथ ले गए थे। शुक्रवार की सुबह साहिबगंज स्थित अपने घर लौटने के बाद उसने अपने को किडनैप किए जाने की बात कही। उसने बताया कि 19 सितंबर की सुबह वह हॉस्टल के बाहर खड़ा था। इसी दौरान एक शख्स आया और एक लिफाफा थमाया। लिफाफे में खून से लथपथ बॉडी का एक पार्ट था। इसके बाद उस शख्स ने पिस्टल निकाला और अपने साथ चलने को कहा। वह पहले रांची रेलवे स्टेशन ले गया और फिर वहां से बस स्टैंड। यहां से उसे जमशेदपुर ले जाया गया।

दो दिन रखा भूखा-प्यासा

शंभु ने बताया कि अपहर्ता उसे जमशेदपुर ले गए थे। यहां उसे एक घर के एक कमरे में बंद कर दिया गया था। मोबाइल फोन भी छीनकर तोड़ दिया। गुरूवार को मौका मिला तो वहां से भाग निकला। पहले धनबाद पहुंचा और फिर वहां से साहिबगंज स्थित अपने घर आया। इधर, लापता बेटे की खोज में पिछले तीन-चार दिनों से रांची में रह रहे शंभु के माता-पिता को जब बेटे के सकुशल लौट आने की सूचना मिली तो वे साहिबगंज लौट गए।

शंभु के कई दोस्तों से हुई थी पूछताछ

स्टूडेंट शंभु के लापता होने के बाद बीआईटी मेसरा हॉस्टल में उसके कई दोस्तों से पुलिस ने पूछताछ की थी। इसके अलावा लातेहार की रहने वाली एक लड़की से भी पुलिस ने पूछताछ की थी, जो शंभु के फेसबुक फ्रेंड थी। इधर, शंभु के लौट आने के बाद पुलिस यह तहकीकात कर रही है कि उसने अपहरण किए जाने को लेकर सच बोला है या दिग्रभमित करने की कोशिश कर रही है।