-मलूकपुर चौकी इंचार्ज पर कैबिनेट मंत्री पर टिप्पणी से भड़का गुस्सा

-पुलिस ने सिपाही को डंडा मारने का लगाया आरोप, पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाई

BAREILLY: सरकार बदल गई है, अब सुधर जाओ। अब एसएसपी थाने में आकर सस्पेंड करेंगे। कुछ इसी तरह की बातें करते हुए ट्यूजडे को नाली विवाद में भाजपा नेताओं ने किला थाना का घेराव कर हंगामा किया। मामला सिपाही को डंडा मारने और चौकी इंचार्ज द्वारा कैबिनेट मंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने से भड़क गया। असली मामला तो आचार संहिता के दौरान चौकी इंचार्ज द्वारा जुलूस निकालने से रोकने और ढोल फाड़ देने से जुड़ा हुआ था। करीब एक घंटे तक हंगामा चलने पर एसपी सिटी समीर सौरभ मौके पर पहुंचे तो नेता उनसे भी उलझ गए, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया। एसपी सिटी ने चौकी इंचार्ज और सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसएसपी को रिपोर्ट भ्ोज दी है।

दो समुदायों के बीच है नाली का विवाद

किला के मलूकपुर भुर्जियान गली निवासी रतन लाल का पड़ोसी पूर्व सभासद नासिर से नाली के पानी निकासी का विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कुछ दिन से दोनों में फिर झगड़ा हुआ तो मामला थाने पहुंचा। रतन लाल की शिकायत पर चौकी इंचार्ज मलूकपुर राजवीर सिंह सिपाहियों के साथ पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत कराया। जिस दौरान रतन लाल पक्ष हंगामा करने लगा, तो पुलिस उन्हें फटकार कर भगाने लगी। इसी दौरान किसी ने रतनलाल पक्ष ने एक सिपाही पर गन्ना मार दिया। जिस पर गुस्साए सिपाही ने रतनलाल की पिटाई कर दी। रतनलाल ने कहा कि वह कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल से शिकायत करेगा तो चौकी इंचार्ज ने कह दिया कि मंत्री क्या कर लेंगे।

थाने में थपथपाई मेज

इससे नाराज बीजेपी नेता ट्यूजडे दोपहर किला थाना पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। थाने पर मौजूद इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने नेताओं को अपने ऑफिस में बैठकर बात करने के लिए कहा। महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया, यतिन भाटिया, मोहित कपूर, अंकुश अग्रवाल, नरेश शर्मा बंटी, देवेंद्र जोशी, राकेश अग्रवाल समेत दर्जनों भाजपाई ऑफिस में पहुंचे, लेकिन यहां भी बात बिगड़ गई और मेज पीटना शुरू कर दिया और चौकी इंचार्ज और सिपाहियों को सस्पेंड करने की मांग की।