- नेता विरोधी दल ने धन्यवाद प्रस्ताव पर योगी सरकार को घेरा

- कानून-व्यवस्था को बनाया मुद्दा, अपराधों की गिनाई फेहरिस्त

- कहा, हड़बड़ी में है सरकार, विकास करने के बजाय करा रही जांच

LUCKNOW:

विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गंगा, गाय, गोकशी और राम मंदिर के बल पर भाजपा सत्ता में आई है। आगामी लोकसभा चुनाव तक भाजपा का यही एकमात्र एजेंडा रहेगा। इन्होंने मछली और मुर्गा को भी मुसलमानों से जोड़ दिया। सरकार संज्ञान शून्य हो चुकी है। हड़बड़ी में काम कर रही है। सरकार को क्या करना है, उसे समझ नहीं आ रहा। जनता ने भाजपा को अपनी समस्याओं का समाधान करने को सत्ता सौंपी थी और इन्होंने टीवी पर दिखने के लिए झाडू उठा ली। सरकारी इंस्पेक्टर बनकर दफ्तरों की चेकिंग करने लगे लेकिन गांव के गरीब के पेट की चेकिंग नहीं की।

मैं हिंदू हूं, मंदिर बनते देखना चाहता हूं

नेता विरोधी दल ने सदन में कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर का ताला खुलवाया, राजीव गांधी ने मूर्ति की स्थापना कराई, लेकिन भाजपा के लोगों ने इस पर झपट्टा मार लिया। ये लोग बीच में न कूदे होते तो राम मंदिर बन गया होता। मैं खुद हिंदू हूं और हर हिंदू चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बने। भाजपा विधायकों की ओर इशारा कर बोले कि आपने मस्जिद न गिराई होती तो अब तक मंदिर बन गया होता। अब सुप्रीम कोर्ट या आपसी सहमति से इस पर फैसला होना चाहिए। इसकी पहल चंद्रशेखर ने की थी। कटाक्ष किया कि अब नये गौसेवक उग आए हैं। जान से मारे दे रहे हैं। सरकार बताएं कि गोहत्या के नाम पर अब तक कितनी हत्याएं हुई। आपने मुर्गा और मछली को मुसलमान से जोड़ दिया। भारत माता की जय बोलने वाले आरएसएस के लोगों ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने से मना कर दिया था। कहा कि पिछली सरकार में कैबिनेट में आजम खान ने कहा था कि यदि गाय कटना बदं नहीं हुई तो हमारे बच्चों को दूध दही मिलना बंद हो जाएगा। अगर आप वास्तव में गाय के हिमायती हैं तो मांस का निर्यात बंद करा दीजिए। इसके लिए केंद्र सरकार कानून बना दे।

सपा लाएगी 285 सीटें

नेता विरोधी दल ने कहा कि यही हाल रहा तो किसी विधायक की प्रतिष्ठा नहीं बचेगी। सरकार अपना कोई एक ऐसा निर्णय बता दे जो जनता के हित में किया गया हो। कम से कम सारे गरीबों को मकान देने की ही कोई योजना लाइये। किसानों की कर्जमाफी का मामला विरोधाभास में फंस गया है। बिना बजट के किसानों का कर्ज कैसे माफ किया जाएगा। सरकार ने बिजली के लिए कोई काम नहीं किया, लेकिन जेपी सेंटर की जांच करा रही है। गंगा सफाई के नाम पर दस सालों में कुछ नहीं हुआ लेकिन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की जांच कराने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि सपा घबराने वाली पार्टी नही है। संघर्ष की कोख से सपा का जन्म हुआ है। यही हाल रहा तो 2022 में 225 नहीं, बल्कि हम 285 सीटें जीतकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वाचल एक्सप्रेस वे के लिए चालीस फीसद भूमि खरीदी जा चुकी है। इसका टेंडर भी हो चुका है। लेकिन अभी तक कैबिनेट में इसे लेकर चर्चा तक नहीं की गयी।

कानून-व्यवस्था पर वार

नेता विरोधी दल ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी सत्तारूढ़ दल पर जमकर निशाना साधा। अपने साथ बीते कुछ दिनों में हुए अपराधों की फेहरिस्त लेकर आए राम गोविंद चौधरी ने सिलसिलेवार तरीके से सदन को इन घटनाओं की जानकारी दी और राज्य सरकार को पूरी तरह फेल बताया। वहीं कांग्रेस दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है। सूबे की कानून-व्यवस्था बेहद खराब है। सहारनपुर में आईपीएस भी सुरक्षित नहीं है। सीएम जब गोरखपुर जाते हैं तो एक दिन पहले किसी न किसी व्यक्ति की हत्या हो जाती है। वहीं तमाम अन्य विधायकों ने भी शराब की दुकानें खोले जाने को लेकर महिलाओं के विरोध का मामला सदन में उठाया।

विधायक का अपमान हुआ

राम गोविंद ने कहा कि शराब की दुकान का महिलाएं विरोध कर रही हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। गोरखपुर में एक विधायक का अपमान भी हुआ। इसपर विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे डॉ। राधा मोहन दास ने आपत्ति करते हुए कहा कि अभी इस विषय को मत उठाएं क्योंकि मैं जवाब नहीं दे सकता हूं।

अमिताभ बच्चन ले लेते रिटायरमेंट

राम गोविंद की भाव भंगिमा को देख संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अगर आज अमिताभ बच्चन यहां मौजूद होते तो आपकी एक्टिंग को देखकर रिटायरमेंट ले लेते। इस पर राम गोविंद ने कहा कि आप लोग जिस गुजरात मॉडल का प्रचार कर रहे हैं, उसे अमिताभ ने ही संभाल रखा है। वे ही गुजरात के गाय और गधों का प्रचार कर रहे हैं।

आजम ने याद दिलाई परंपरा

सत्र के तीसरे दिन आए आजम खान ने राम गोविंद चौधरी द्वारा सदन में बोले जाने के दौरान आपत्ति जताई कि नेता प्रतिपक्ष बोल रहे हैं, लेकिन नेता सदन और अध्यक्ष दोनों सदन में मौजूद नहीं हैं। ये परंपरा ठीक नहीं है। इस पर अधिष्ठाता डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि इस पर राम गोविंद चौधरी को पहले आपत्ति करनी चाहिए थी। उन्होंने आश्वस्त किया कि नेता सदन आ रहे हैं। इसके चंद मिनटों के भीतर नेता सदन एवं सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में आ गये।