-चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचकर निर्माण न रोकने पर दे रहे धमकी

-केशव प्रसाद मौर्या बोले कि जांच में दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई

BAREILLY: मठ लक्ष्मीपुर में विधवा महिला रुक्मिणी की जमीन के विवाद में ऑडियो बम के बाद अब वीडियो बम फूट गया है। जमीन पर निर्माण रुकवाने पहुंचे चौकी इंचार्ज का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में चौकी इंचार्ज की विधवा महिला व उसके परिजनों के साथ जमकर नोकझोंक हो रही है। चौकी इंचार्ज साफ कहते नजर आ रहे हैं कि वह आदेश पर काम रुकवाने आए हैं। हालांकि, यह वीडियो कुछ दिनों पहले का ही है, जिसका जिक्र महिला ने आईजी से की गई लिखित शिकायत में भी किया है। वहीं दूसरी ओर बरेली पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बीजेपी महानगर कमेटी के पदाधिकारी महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया, महामंत्री यतिन भाटिया और कोषाध्यक्ष संदीप अग्रवाल द्वारा रंगदारी मांगने और धमकाने के सवाल पर कहा कि जांच शुरू हो गई है दोषी मिले तो कार्रवाई होगी।

मेरे पास आदेश है, ऐसे नहीं होता

बता दें कि रुक्मिणी देवी और उनके पक्ष के प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष ने इस मामले में बीजेपी के महानगर अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष पर 3 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए आईजी से शिकायत की। आशुतोष शर्मा ने कोषाध्यक्ष संदीप अग्रवाल के साथ बातचीत का ऑडियो भी पेश किया था। रूक्मिणी देवी ने आईजी को दी गई शिकायत में जिक्र किया था कि कर्मचारी नगर चौकी इंचार्ज प्लॉट निर्माण के दौरान वहां काम रुकवाने पहुंचे थे। अब इसी बात का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें चौकी इंचार्ज के साथ दो अन्य पुलिसकर्मी मौजूद हैं। चौकी इंचार्ज साफ कह रहे हैं कि अवैध निर्माण हो रहा है, मैं किसी जैन को नहीं जानता, मेरे पास आदेश है। जब आदेश दिखाने की बात कही गई तो बोला कि फोन पर भी आदेश आते हैं। अधिकारियों के आदेश फर्जी मान रहे हैं। अभी इंस्पेक्टर से बात करता हूं। वहीं दूसरी ओर से एक पुरुष और एक महिला चौकी इंचार्ज से बात कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि उनकी जमीन है, उनके पास कागज हैं, कोई आदेश है तो दिखा दो।

दोष देखा जाएगा किस तरह का है

इस मामले पर डिप्टी सीएम का कहना है कि यह भी देखा जाएगा कि दोष किस तरह का है। कहा, कार्यकर्ता जनता के लिए कार्य करते हैं। अधिकारियों को भाजपा कार्यकर्ताओं के कार्यो को प्राथमिक स्तर पर सुनना होगा। यदि अधिकारी सहयोग नहीं करेंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों, कर्मचारियों को समझाते साल भर हो गया है अब कार्रवाई होगी।