- डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ्तारी की मांग

- राज्यपाल को भेजा ज्ञापन, बच्चियों को बताया देवी का रूप

ALLAHABAD:

बसपा द्वारा भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह के परिवारीजनों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं के तेवर उग्र हो गए हैं। शनिवार को भारी संख्या में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने 'बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में' अभियान के तहत डीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिरफ्तारी की मांग की। भाजपाईयों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा।

बयान की घोर निंदा

इस मौके पर सांसद श्यामाचरण गुप्त ने कहा कि भारत में बच्चियों को देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसी ही अबोध बच्ची (जो दया शंकर पूर्व भाजपा उपाध्यक्ष की बेटी) के खिलाफ बसपा के महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी के अभद्र बयान की भाजपा निंदा करती है। सांसद ने बसपा नेता को तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग की। महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने कहा कि नन्ही सी बच्ची पर की गई टिप्पणी अशोभनीय है। दया शंकर को उनके बयान की सजा भाजपा ने दे दी है लेकिन हमेशा मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाली बसपा सिर्फ नैतिकता का पाठ पढ़ा रही है। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने इसे बसपा की घिनौनी राजनीति का हिस्सा बताया।

अधिवक्ता के निधन पर शोक व्यक्त किया

कार्यक्रम का संचालन महामंत्री कुंज बिहारी मिश्रा ने कया। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी विपिन कुमार मिश्रा को सौंपा। अंत में दो मिनट का मौन रखकर अधिवक्ता सुमित पांडेय के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इस मौके पर डॉ। नरेंद सिंह गौर, अमर नाथ तिवारी, शिव दत्त पटेल, नरेंद्र देव पांडेय, राघवेंद्र मिश्रा, अनीता सचान, डॉ। कमला सिंह, शैलतनया श्रीवास्तव, शशि वाष्र्णेय, डॉ। केपी श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।