भाजपा के लिस्ट जारी करते ही एनडीए में शुरू हुआ विवाद, छोड़ने लगे अपने

- रालोजपा ने कहा-भाजपा ने बड़े भाई की भूमिका नहीं निभाई

- बिना असेम्बली बांटे ही घोषित कर दिया म्मीदवार

- लोजपा में भी नाराजगी, दिल्ली में फिर हो रही मीटिंग

PATNA: बीजेपी द्वारा अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित होते ही एनडीए के अन्य साथियों ने नाराजगी जता दी। यही नहीं, पार्टियों में भी अपनों ने ही सीटों की जानकारी होते ही बगावत शुरू हो गई। लोजपा और रालोसपा सहित हम में भी विरोध होने लगा है। रालोसपा ने तो यहां तक कहा कि भाजपा ने गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका नहीं निभाई। सीटें जब बंट रही थी, तो लिस्ट जारी करने की क्या जरूरत थी। कई सीटें हैं, जिसपर बात चल रही है मगर पहले ऐलान कर भाजपा ने गलत किया है। यही नहीं, लोजपा की ओर से भी बगावत के स्वर तेज हो रहे हैं। गठबंधन में ब्0 सीटें तो दी गई हैं, लेकिन कई सीटों को लेकर विवाद चल रहा था। खासकर चिराग पासवान के संसदीय क्षेत्र जमुई, और चकाई एरिया। गठबंधन में भी हम के इन एरिया से नरेन्द्र सिंह और उनके बेटों को लेकर टिकट देने पर रामविलास पासवान सवाल उठा चुके थे, लेकिन किसी तरह सीटों के बंटवारे पर तो बात बनी मगर उम्मीदवारों में पेंच लगा है।

कई बड़े नेता हुए हैं नाराज

पहले तो सीटों को लेकर थोड़ी नाराजगी थी, कम क्यों मिली अब तो अलग अलग क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों की दावेदारी पूरी न होने के कारण पार्टियों में आग सुलग रही है। लोजपा सांसद रामा किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह ने पहले ही रामविलास पासवान पर पुत्र मोह में पड़ने की बात की थी। अब जब बीजेपी ने सीटों की अपनी लिस्ट जारी की तो तो लोजपा सांसद रामा सिंह ने भी पार्टी के सभी पदों से रिजाइन कर दिया। यहीं नहीं हम में भी अपने और अपने लोगों की टिकट को लेकर पूर्व सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव ने इस्तीफा कर दिया। दरभंगा और मधुबनी एरिया में अपनी पकड़ रखने वाले देवेन्द्र के इस्तीफे से हम भी परेशानी में है।

पहले कर लेते क्षेत्र चिह्नित

एनडीए गठबंधन में भाजपा को क्म्0, लोजपा को ब्0, रालोसपा को ख्फ् और हम को ख्0 सीटें मिली। तीन सहयोगियों का यही कहना है कि पहले विधानसभा क्षेत्र बांट लिया जाता कि किस सीट पर किसके उम्मीदवार लड़ेगें इसके बाद ही लिस्ट जारी होनी चाहिए थी। रालोसपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज लाल दास मनु ने बताया कि बीजेपी ने बड़े भाई की भूमिका नहीं निभाई। पहले विधानसभा क्षेत्र बांट लेने के बाद बीजेपी को घोषण करनी चाहिए थी। दिल्ली में बात चल रही है जल्द ही मामला निपट जायेगा।