पुलिस की कार्रवाई से उबले भाजपाई

सांसद और विधायकों को देख पुलिस आई बैकफुट पर

आगरा। अपने नेता की गिरफ्तारी से भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा भर गया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एसएसपी आवास घेर लिया। लगभग दो घंटे तक अफसर के आवास पर हंगामा चलता रहा। बाद में अफसरों के ही आश्वासन पर भाजपाई शांत हुए।

गिरफ्तारी से नाराज थे भाजपाई

विनोद अग्रवाल एक व्यापारी है। उसके विरुद्ध पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी और जेल भेज दिया। जब इस संबंध में व्यापारी और भाजपाईयों को जानकारी हुई तो पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज होकर भाजपाई एसएसपी आवास की तरफ कूच कर गए। आवास को घेर लिया। सांसद विधायक महानगर अध्यक्ष के अलावा भाजपा के पार्षद और नेता कार्यकर्ताओं को देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

सांसद विधायक भी पहुंचे

भाजपाइयों के आक्रोश को देखकर एसएसपी आ गए। सांसद डॉ। रामशंकर कठेरिया, व्यापारी और भाजपा नेता मुरारीलाल फतेहपुरिया, विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने व्यापारी का पक्ष रखते हुए कहा कि वह निर्दोष है। उसके विरुद्ध गैंगस्टर जैसी धाराओं में कार्रवाई आखिर कैसे हो गई। क्या एसएसपी सोते हैं। उनकी पुलिस जो चाहे सो करेगी। एसएसपी से मिले आश्वासन के बाद ही भाजपाई शांत हो सके।

पुलिस पर उठ रहा सवाल

आखिर भाजपाइयों के सामने ऐसी कौन सी स्थिति पैदा हो गई कि एसएसपी का आवास घेरना पड़ा। तो क्या सांसद और विधायकों की पुलिस सुन नहीं रही है। सत्ता में होते हुए भी विपक्षी दलों की तरह धरने और घेराव के कार्यक्रम करने पड़ रहे हैं। यह पहली घटना नहीं है, जब भाजपाइयों का आक्रोश पुलिस के खिलाफ भड़का हो।