- बीजेपी एमएलए ने कहा-तिलकुट नहीं पहुंचाता था मैं

- टीटीएम नहीं किया तो मुझे टिकट नहीं दिया बीजेपी ने

PATNA: टीटीएम, यानी ताबड़तोड़ तेल मालिश। राजनीति में ये सबसे बड़ी चीज हो गई है। हमने ये नहीं किया तो टिकट काट दिया गया। ये कहा गुरुआ के बीजेपी एमएलए सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने। गुरुआ में बीजेपी ने सुरेन्द्र प्रसाद सिंह का टिकट काटकर राजीव रंजन डांगी को टिकट दिया है। आई नेक्स्ट से बातचीत में बीजेपी एमएलए सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मौजूदा पॉलिटिक्स से मैं हैरान हूं। अब की राजनीति में विचारधारा मायने नहीं रखती, अब टीटीएम मायने रखता है। मैंने टीटीएम नहीं किया तो मेरा टिकट काट दिया बीजेपी ने। दूसरा कारण बताया कि मैं जनता का काम कराने बराबर नीतीश कुमार से जाकर मिलता था। मेरा इलाका नक्सली इलाका है। सीएम से निवेदन करके मैंने पांच साल में पुल-पुलिया का जाल बिछा दिया। बिजली का बड़ा काम कराया। बताइए ये सब गलत है क्या, लेकिन बीजेपी नेताओं को लगा कि मैं नीतीश कुमार से मिल गया हूं, इसलिए गलतफहमी में मेरा टिकट काट दिया गया।

शुभचिंतकों को बुलाया है, फिर लूंगा फैसला

उन्होंने कहा कि मैं दांगी जाति से आता हूं, जिसके बड़े नेता हुआ जगदेव प्रसाद, पर दांगी के नाम पर दूसरे को दांगी बनाकर टिकट दिया गया। मैं तीन दिनों में गुरुआ विधानसभा के अपने सभी शुभचिंतक चाहे वे किसी भी पार्टी में हों सब को बुला रहा हूं। इस बैठक में जो फैसला होगा लूंगा। सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मैं नीतीश कुमार से भी मिलने जा रहा हूं। घूम-घूम कर गया जिले में बीजेपी का भट्ठा बैठा दूंगा। मैं म्भ्-म्म् का ग्रेजुएट हूं। समाजवादी पाठशाला में राजनीति सीखी है। गया का तिलकुट बीजेपी नेताओं को पहुंचाने का पैसा मेरा पास नहीं, मैं तो नींबू का चाय पिलाने वाला एमएलए हूं। कहां से तिल्कुट पहुंचाता।

क्या मैं बीजेपी के लिए काम करता रहूंगा?

तेघरा से ललन कुमार का टिकट बीजेपी ने काटा है। ललन कुमार ने आई नेक्स्ट से बताया कि मैं बीजेपी में ही रहूंगा। पार्टी ने जो भी फैसला लिया है उस पर कुछ नहीं कहना है। बीजेपी ने हमें पहले से बहुत सम्मान दिया है। पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया तो क्या हुआ मैं बीजेपी के कंडीडेट को जिताने में पूरी ताकत लगा दूंगा। तेघरा से बीजेपी ने ललन कुमार का टिकट काट कर रामलखन सिंह को टिकट दे दिया है। कटोरिया एमएलए सोनेलाल हेम्ब्रम का टिकट बीजेपी ने काटा तो जरूर लेकिन उनकी मनमर्जी से। सोनेलाल हेम्ब्रम ने कहा कि ख्0क्क् में मेरे हर्ट का बायपास सर्जरी हुआ था, इसलिए मैंने बीजेपी के सामने प्रस्ताव रखा था कि मेरी बहू को डॉ निकी हेम्ब्रम को टिकट दिया जाए। पार्टी ने मेरी बात मान ली। मुझे पार्टी से कोई शिकवा नहीं है।