शिकायत चुनाव आयोग से की

रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस के दो बागी विधायकों के वोट गिने जाते तो राजपूत डेढ़ मत से चुनाव जीत जाते। उन्होंने मंगलवार रात करीब 3 बजे मीडिया को दिए बयान में कहा कि कांग्रेस के पास 57 विधायक थे। राकांपा के दो और जदयू व निर्दलीय के एक-एक मत जोडऩे के बाद उनके पास 61 विधायकों का समर्थन था। लेकिन, चुनाव में उन्हें सिर्फ 44 वोट मिले। रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस को जीत का स्वाद तो मिला, लेकिन वह गुड़ जैसा मीठा नहीं नमक जैसा खारा साबित होगा। भाजपा जल्द ही राज्यसभा चुनाव के परिणाम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। इससे पहले उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी कहा कि कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल पार्टी के दो बागी विधायकों पर गुस्सा हो गए तथा उनका हाथ पकड़ लिया। विधायकों ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की। लेकिन, आयोग उनकी आपत्ति पर आयोग ने कोई नोटिस नहीं लिया।

शाह ने विधानसभा से त्यागपत्र दिया

राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। शाह पहली बार राज्यसभा के सदस्य चुने गए हैं। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष रमण वोरा के आवास पर पहुंचकर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनके साथ मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी भी मौजूद थे।  राज्यसभा चुनाव में बलवंतसिंह राजपूत की हार पर शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद के मुताबिक पर्याप्त वोट नहीं मिला। कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में दो-दो हाथ करने की चुनौती देते हुए शाह ने कहा कि राज्यसभा में जीत के लिए उसने गुजरात खो दिया। शाह का प्रदेश भाजपा कार्यालय पर भव्य स्वागत किया गया।

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