छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सीएनटी एक्ट संशोधन पर सरकार बातचीत को तैयार है। बुधवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कहा कि सीएनटी एक्ट सरलीकरण को किए गए संशोधन के मुद्दे पर उनके दरवाजे बातचीत के लिए आदिवासी समाजिक संगठनों के लिए खुले हुए हैं। हमें आदिवासियों के नाम पर राजनीति नहीं करनी है। हम तो उनका विकास चाहते हैं। ईश्वर ने हमें मुख्यमंत्री के तौर पर इस तबके के चेहरे पर मुस्कान लाने का मौका दिया है।

सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में हुई भाजपा कार्यसमिति की बैठक में बुधवार को मुख्यमंत्री सीएनटी के मुद्दे पर खूब बोले। कहा, झारखंड सरकार का पूरा जोर विकास पर है। हम ग्रामोदय से राष्ट्रोदय की रणनीति पर काम कर रहे हैं। ग्रामोदय की इसी रणनीति के लिए सीएनटी एक्ट का सरलीकरण किया गया है। यह संशोधन राज्य हित में है। यहां की जनता के हित में है। इस संशोधन के लिए काफी सुझाव मिले। कई लोगों से बातें हुईं।

पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के भाषण का उल्लेख करते हुए सीएम बोले कि पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी सीएनटी एक्ट संशोधन पर अपनी बातें रखीं। हम बताना चाहेंगे कि हमने खुले मन से इस एक्ट का सरलीकरण किया है। हमारी नीयत साफ है। हमारी नीति भी साफ है। हमारे इरादे व सोच में खोट नहीं है। व्यवस्था में कमी हो सकती है। इस मुद्दे पर आदिवासी सामाजिक संगठनों से बातचीत करने में हमें कोई हिचकिचाहट नहीं है।

एक घंटे 17 मिनट के अपने लंबे भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन में मतभेद हो, लेकिन मनभेद नहीं क्योंकि हर व्यक्ति की सोच अलग-अलग हो सकती है, लेकिन जनता के मुद्दे पर एकमत बनाने के लिए बात करनी होगी। अपने पूरे भाषण के दौरान रघुवर दास ने रह-रहकर दो बार सीएनटी के मुद्दे पर अपनी बात रखी। भाषण के पहले हिस्से में उनके भाषण का लब्बोलुआब जहां सीएनटी संशोधन पर आदिवासी संगठनों से बातचीत करने को तैयार होने पर केंद्रित रहा तो भाषण के अंतिम हिस्से में एक बार फिर सीएम सीएनटी पर बोले। इसबार वे इस मुद्दे पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर प्रहार करने के मूड में दिखे। बोले, सीएनटी एक्ट संशोधन के मुद्दे पर विरोधियों की हवा में मत बहिये। हवा को अपने पक्ष में कीजिए। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि कभी भी कोई बदलाव होता है तो विरोध होता ही है।

उन्होंने कहा, ऐसा ही पुरुषार्थ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी में दिखाई। इससे अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। कालाधन पर प्रहार हुआ। सीएनटी संशोधन के बाद की स्थिति पर खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए रघुवर दास बोले कि सीएनटी संशोधन के मुद्दे पर भी जनता हमारे साथ है। सीएम भारी आवाज में बोले आदिवासियों के नाम पर राजनीतिक करने वाले लोग सावधान हो जाएं, क्योंकि अब आदिवासी जाग गया है। कार्यकर्ताओं से कहा कि आपकी ड्यूटी है कि इस संशोधन के फायदों की जानकारी ग्राउंड लेबल तक पहुंचाएं। संबोधन के अंत में रघुवर बोले कि हम सीएनटी एक्ट संशोधन के बाद हवा को अपने पक्ष में करना होगा ताकि खरसावां की हवा हमारी ओर आए तो हम इसे अपने पक्ष में बदल सकें।