सख्ती

सरकारी ब्लड बैंकों पर शिकंजा कसने की तैयारी

बायोमीट्रिक सिस्टम से थमेगा खून का धंधा

-अब एनएचएम की निगरानी में होंगे ब्लड बैंक

- मेडिकल अफसरों के साथ अन्य स्टाफ होगा नियुक्त

Meerut: सरकारी ब्लड बैंकों में हो रही धांधली की लगातार शिकायत मिलने के बाद एनएचएम सख्ती के मूड में है। विभागीय जानकारी के अनुसार अब ब्लड बैंकों पर नेशनल हेल्थ मिशन की सीधी नजर रहेगी। ताकि प्रोफेशनल डोनर्स सहित ब्लड बैंक स्टाफ की मनमानी पर रोक लग सके। इसके लिए अलग से मेडिकल अफसर, टेक्नीशियन व कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की जाएगी। लखनऊ में इसकी शुरुआत कर दी गई है।

मिलती रहती है शिकायत

सरकारी ब्लड बैंकों की अक्सर शिकायत मिलती रहती है। कभी ब्लड की खरीद-फरोख्त तो कभी प्रोफेशनल डोनर्स की। इन सभी शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एनएचएम ने उन पर सीधी नजर रखने के लिए योजना तैयार की है। ताकि ब्लड बैंक स्टाफ की मनमानी पर अंकुश लगाया जा सके।

लगाया जाएगा बायोमीट्रिक सिस्टम

जानकारी के अनुसार सभी सरकारी ब्लड बैंकों में एनएचएम की ओर से बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी, जिसके माध्यम से हर ब्लड डोनेट करने वाले का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जाएगा। साथ ही किस डोनर ने किस ब्लड ग्रुप के बदले कौन सा ब्लड ग्रुप लिया है या नहीं लिया है। इसका भी रिकॉर्ड बायोमीट्रिक सिस्टम के जरिये रखने की योजना है। यह मशीन लखनऊ के केजीएमयू जैसे बड़े अस्पतालों में पहले से लगी है।

ये होगा फायदा

- खून की कालाबाजारी पर रोक लगेगी

- हर ब्लड डोनेट करने वाले का होगा ऑनलाइन रिकॉर्ड

- कई प्रोफेशनल डोनर पैसे के लिए खून बेचते हैं, उन पर रोक लगेगी

- मेडिकल स्टाफ की मनमानी पर रोक लगेगी

लखनऊ में ही बैठक के बाद पूरी योजना तैयार की गई है। ब्लड बैंकों की निगरानी के लिए अलग से स्टाफ रखने की बात है। कब तक प्रोसेस पूरा होगा ये बताना अभी संभव नहीं है।

डॉ। रमेश चंद्रा, सीएमओ मेरठ