कर्नलगंज में चल रहा था अवैध ब्लड बैंक, टीम ने किया सीज

मौके से मिला तीन यूनिट ब्लड, सेंटर सीज कर एफआईआर दर्ज कराई

ALLAHABAD: मौके पर ब्लड रखा मिला, ब्लीडिंग के इक्विपमेंट भी थे, रेफरल पर्चियां और रसीद भी मौजूद थी लेकिन लाइसेंस नहीं मिला। ऐसे में छापेमारी टीम ने सेंटर को सीज कर संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। मामला कर्नलगंज स्थित एसएम मेडिकेयर का है। जहां, अवैध तरीके से ब्लड बैंक संचालित करने की शिकायत डीएम संजय कुमार से की गई थी। उनके निर्देश पर मंगलवार शाम पहुंचे प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी को अंजाम दिया।

टीम को देख सकपकाए

कर्नलगंज थाने के नजदीक ही एसएम मेडिकेयर के नाम से अवैध ब्लड बैंक संचालित हो रहा था। इसकी सूचना पाकर शाम को एडीएम सिटी विपिन कुमार मिश्रा, सीएमओ डॉ। आलोक वर्मा समेत तमाम अधिकारियों ने छापेमारी की। मौके पर ही ब्लीडिंग के इक्विपमेंट और केमिकल्स बरामद किए गए। ब्लड इश्यू करने का रिकार्ड और डॉक्टर्स की रेफरल पर्चियां भी पाई गई। इसके अलावा तीन यूनिट ब्लड भी फ्रीजर में रखा हुआ था। यह देखकर अफसरों के होश उड़ गए। उन्होंने ब्लड बैंक स्टाफ से लाइसेंस की मांग की तो उसने बहाना बनाना शुरू कर दिया। इस दौरान वह कोई भी ऑफिशियल कागजात प्रस्तुत नहीं कर सका।

एक को पकड़ा, दर्ज हुई एफआईआर

टीम ने मौके से ही एक ब्लड बैंक कर्मी को पकड़ लिया। उसे कर्नलगंज थाने को सौंप दिया गया। सेंटर को भी सीज कर दिया गया। देर शाम थाने में संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। टीम का कहना है कि बिना परमिशन ब्लीडिंग कराना और स्टोर करना गैरकानूनी है। इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। जिला प्रशासन की माने तो शहर में ऐसे और भी अवैध ब्लड बैंक संचालित हो रहे हैं। जिनके खिलाफ भविष्य में छापेमारी की जाएगी।

शिकायत पर छापेमारी की गई है। मौके पर कोई भी जरूरी कागज नहीं मिला। यहां पर केमिकल्स, इक्विपमेंट और तीन यूनिट ब्लड भी मिला है। ब्लड बैंक को सीज कर दिया गया है। एफआईआर दर्ज कराई गई है।

डॉ। आलोक वर्मा, सीएमओ, इलाहाबाद