एडमिट कार्ड और अटेंडेंट शीट के धुंधले स्कैन फोटो का फायदा उठा रहे एजुकेशन माफिया

एग्जाम दे रहे स्टूडेंट की फोटो को क्रास चेक कर पाना हो रहा है मुश्किल

इसी तरीके का इस्तेमाल कर दो सॉल्वर कर चुके है सेंटर में सेंध मारी

BAREILLY:

पेपर में सेंध मारी कैसे की जाए इसके लिए डीआईओएस और बोर्ड ऑफिस ने खुद लूप होल्स छोड़े हैं, जिनका फायदा शिक्षा माफिया उठा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि अब हर एग्जाम में नकलची और पेपर सॉल्वर इन्हीं के जरिए खूब नकल कर रहे हैं। नकल का ये खुला खेल एडमिट कार्ड पर धुंधली छपी स्कैन फोटो की वजह से बदस्तूर जारी है। सेंटर इंचार्ज स्टूडेंट्स की धुंधली फोटो के चलते असली और नकली का अंतर नही पहचान पा रहे।

विभाग की लापरवाही बन गई शिक्षा माफिया की मौज

पेपर शुरू हुए अभी एक हफ्ता ही हुआ है और एजुकेशन माफिया की सेंटर्स तक आसान पहुंच के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस आसान रास्ते को जानने की कोशिश की गई तो पता लगा कि बोर्ड ने ही एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड से लेकर जो भी दूसरी पत्रावली भेजी है, उसमें स्टूडेंट्स की स्कैन फोटो बहुत धुंधली है। जिसके कारण सेंटर पर एंट्री के वक्त स्टूडेंट की शक्ल से इसे मैच कर पाना बहुत मुश्किल है। इसकी जड़ में जाकर देखे तो एग्जाम फार्म भरते वक्त ब्लैक एंड व्हाइट फोटो का इस्तेमाल न करने से स्कैन फोटो धुंधली होकर प्रिंट हुई हैं। जब फार्म भरे गए तब इस इस गलती को आईडेंटिफाई कर इस सिचुएशन से बचा जा सकता था। लेकिन विभाग के पास इतना मुस्तैद रहने का वक्त कहां है।

धुंधले एडमिट कार्ड करा रहे हैं सेंटर्स पर सेंधमारी

धुंधले फोटो वाले एडमिट कार्ड का फायदा उठाकर परीक्षा देते कई मुन्ना भाई के केसेज पिछले दिनों में सामने आये हैं। ख्फ् फरवरी को शीशगढ़ के हाजी दूल्हा वेग इंटर कालेज में पकड़ी गई पेपर सॉल्वर सेंटर पर ऐसे एडमिट कार्ड की वजह से ही एंट्री कर सकी। सेंटर सुप्रिंटेंडेंट प्रदीप कुमार शर्मा ने खुद बोर्ड द्वारा भेजी गई पत्रावली की वजह से स्टूडेंट का आईडेंटिफाई न कर पाने की बात कही। इससे पहले क्9 फरवरी को बोर्ड के पहले एग्जाम के दौरान रामदास इंटर कालेज में एक स्टूडेंट ने एग्जाम दे दिया, जबकि उसका सेंटर बाबा रामदास इंटर कॉलेज में होने की बात निकली। इसके पीछे भी धुंधले फोटो वाला एडमिट कार्ड ही वजह थी, जिसकी वजह से सेंटर पर चेकिंग के समय इसे पकड़ा नही जा सका।

सेंटर इंचार्ज भी बरत रहे लापरवाही

धुंधले एडमिट कार्ड को लेकर सेंटर सुप्रिंटेंडेंट से बात की गई तो इनमें से ज्यादातर ने अपनी मजबूरी बयां कर दी। आनंद मेमोरियल इंटर कालेज के सेंटर सुप्रिंटेंडेंट रामौतार आनंद कहते हैं कि 90 प्रतिशत स्टूडेंटस के फोटो तो धुंधले है, अब किस-किस को स्कूल से वेरिफाई कराने को बोलें। मिशन एकेडमी इंटर कॉलेज के प्रताप सिंह का कहना है कि बोर्ड खुद गलतियां करता है, ऐसे में हम कहां तक जांच-परख करें। कोई बच्चा ज्यादा संदिग्ध लगे तो उसे प्रिंसिपल से फोटो वेरिफाई कराने को बोल देते हैं। पीसी आजाद इंटर कॉलेज व गुरुनानक खालसा पंत कॉलेज के सेंटर सुप्रिंटेंडेंट भी एडमिट कार्ड व अटेंड शीट पर लगे धुंधले स्कैच फोटो की वजह से परेशान हैं।