-यूपी बोर्ड हाईस्कूल इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिका में लिखे मिल रहे हैं तरह-तरह के निवेदन और जवाब

-नंबर बढ़ाने के लिए परीक्षार्थियों के निवेदन पर गूंज रहे एग्जामिनर के ठहाके

VARANASI

'हमारी शादी नहीं हो रही है क्योंकि तीन साल से लगातार फेल हो रही हूं, इस साल यदि फेल हुई तो शादी की डोर फिर टूट जाएगी। पास कर दीजिए आपकी महान कृपा होगी.'

'सर जी, पास कर दीजिए। जितना मुझे आता था लिख दिया। नकल बिल्कुल भी नहीं हुआ',

सत साहेब, जय भोलेनाथ।

यह किसी नाटक या फिल्म के डायलॉग नहीं यूपी बोर्ड हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की कापियों में उत्तर की जगह लिखे गये मार्मिक संदेश हैं। उन एग्जामिनर के लिए जो उत्तर पुस्तिकाओं को चेक कर रहे हैं। इन्हें पढ़कर स्टूडेंट्स को पास तो नहीं कर रहे हैं लेकिन ठहाके खूब लगा रहे हैं। काम का तनाव दूर हो जाता और माहौल हल्का-फुल्का हो जाता है।

तरह-तरह के जवाब

इलाहाबाद मंडल के फतेहपुर से आई इंटरमीडिएट की कापी में एक परीक्षार्थी ने प्रश्न मोती मस्जिद कहां पर स्थित है? के जवाब में लिखा कि मोती मस्जिद पाकिस्तान में स्थित है, हिंदुस्तान के लोग वहां जाते हैं तो बचकर वापस नहीं आते है गुरुजी ने परीक्षार्थी को शून्य नंबर से नवाजा है। इसी तरह एक कॉपी में प्रश्न दौरानी का मकबरा का जवाब स्टूडेंट लिखा कि मकबरा रेगिस्तान में स्थित है। एक कॉपी में डूप्ले का कार्यो के उल्लेख में लिखा है कि वह अपने काम से काम रखता था। मूल्यांकन केंद्र बनाए गए जेपी मेहता इंटर कॉलेज में एग्जामिनर को कापी चेक करते हुए तरह-तरह की निवेदन रूपी बातें लिखी हुई मिल रही हैं।

नहीं मिल रहे रुपये

कॉपियों में पहले रुपये मिलने के मामले आते थे। लेकिन कैमरा लगने के कारण इस साल कापियों में रुपये नहीं नत्थी हुए हैं। जबकि हर साल उत्तर पुस्तिकाओं में से सौ-पचास, पांच सौ तक के नोट निकलते थे। यह बात एग्जामिनर भी स्वीकार कर रहे। उनका कहना है कि सीसीटीवी के कारण ही परीक्षार्थी रुपये नत्थी कर पाए। नहीं तो हर साल कापी चेक करने में सौ-पचास के नोट निकल जाते थे।

फेल हो रहे परीक्षार्थी

एक एग्जामिनर दिन भर में कम से कम 40 से 45 कापी चेक कर रहा है। कापी चेक रहे एग्जामिनर का कहना है कि इस साल नकल बिल्कुल भी नहीं हुआ है। कापी में उत्तर अलग-अलग है। यही वजह है कि अधिकतर परीक्षार्थी फेल भी हो रहे हैं। संभवत: रिजल्ट का प्रतिशत भी लास्ट ईयर की तुलना में इस साल आधा होगा।