- सिटी की प्रमुख रोड्स पर लगेंगे स्पीड कंट्रोल के बोर्ड

- बोर्ड पर निर्धारित अधिकतम स्पीड की होगी जानकारी

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KANPUR। सिटी में बेलगाम हो चुके वाहनों पर लगाम लगाने के लिए अब आरटीओ ने स्पीड कंट्रोल के बो‌र्ड्स का सहारा लिया है। जल्द ही सिटी की सभी मेन रोड्स पर उनकी निर्धारित स्पीड को दर्शाने वाले बोर्ड लगे होंगे। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए आरटीओ विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग से हाथ मिलाया है।

सिटी की हर रोड पर स्पीड का होता है मानक

एआरटीओ एसके सिंह ने बताया कि सिटी की हर रोड पर स्पीड का और लोड का एक मानक होता है। पीडब्ल्यूडी विभाग इन सभी का हिसाब रखता है। पीडब्ल्यूडी से इनके मानक लेने के बाद इन सभी रोड्स पर बोर्ड लगाने का प्लान बनाया जा रहा है। सिटी की हर रोड पर ट्रैफिक की स्थिति बदलती रहती है। इसको ध्यान में रखते हुए जल्द ही एक सर्वे भी कराने की तैयारी है। जिसमें सभी रोड्स की वर्तमान ट्रैफिक स्थिति के हिसाब से वाहनों की स्पीड तय की जाएगी।

लेकिन कैसे होगी कार्रवाई

भले ही आरटीओ विभाग रोड्स पर स्पीड कंट्रोल करने के लिए बोर्ड लगा दे, लेकिन सबसे बड़ी समस्या तो कार्रवाई करने की है। सवाल ये है कि नियम को तोड़ने वालों के ऊपर कार्रवाई कैसे होगी। दरअसल ट्रैफिक पुलिस के पास सिर्फ दो ही स्पीड राडार हैं। जिनसे पूरे सिटी में नजर रखी जाती है। स्पीड राडार डिवाइस तेज स्पीड में आने वाले वाहनों को ट्रेस कर उनके चालान काटता है। सिर्फ दो डिवाइस के सहारे पूरा सिटी कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है।

यहां पर जरूरत है स्पीड बोर्ड की

- वीआईपी रोड

- माल रोड

- पी। रोड

- जैना पैलेस रोड रतन लाल नगर

- जीटी रोड

- कालपी रोड

- मैनावती मार्ग

- आजाद नगर पीएनबी रोड

- काकादेव देवकी टाकीज रोड

- गोविंद नगर से बर्रा बाईपास रोड

- संजय वन रोड किदवई नगर

तीन बार रूल तोड़ने पर निरस्त होगा लाइसेंस

अगर तीन बार आपने ट्रैफिक रूल तोड़ा तो आपका लाइसेंस भी निरस्त हो सकता है। एआरटीओ एसके सिंह ने बताया कि तीन बार ट्रैफिक रूल तोड़ने का मतलब है कि आप जानबूझकर ट्रैफिक नियमों का ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं। इसके लिए लाइसेंस अथारिटी लाइसेंस निरस्त भी कर सकता है। अभी आरटीओ के पास आंकड़े दुरस्त करने का इतंजाम नहीं है। सारथी सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद ये काम आसान हो जाएगा। फिर आसानी से ऐसे लोगों पर सख्ती की जा सकेगी। नियमों के अनुसार अगर वाहन चलाते समय कोई गंभीर अपराध होता है और पुलिस लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए कहती है तो लाइसेंस अथारिटी कार्रवाई कर सकता है।

स्कूली बसों की स्पीड कंट्रोल

आरटीओ ने स्कूली बसों में स्पीड कंट्रोल करने का काम शुरू कर दिया है। आरटीओ विभाग में फिटनेस के लिए आ रही स्कूली बसों की स्पीड कंट्रोल की जा रही है। इसमें वाहनों के इंजन में एक ऐसी डिवाइस लगाई जा रही है। जो बस की स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा फिक्स कर देगी। कोई भी बस फिर इसके ऊपर नहीं दौड़ सकेगी। एआरटीओ एसके सिंह ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि स्कूली बच्चों को कोई नुकसान न पहुंचे।

'सिटी की रोड्स पर निर्धारित स्पीड के मानक होते हैं। रोड्स पर इनके बोर्ड को लगाने का प्लान बनाया जा रहा है.'

- एसके सिंह, एआरटीओ