PATNA : शरीर में बनने वाले हर तरह के जहर को लीवर पी जाता है। जहर पीकर आपको स्वस्थ्य रखने वाला शरीर का ये अंग आपकी लापरवाही से कमजोर हो रहा है। डॉक्टरों की जांच पड़ताल में जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक अधिक संख्या में लोग लीवर के संक्रमण से ग्रसित हैं।

हर पांचवे व्यक्ति में लीवर में सूजन के साथ अन्य समस्याएं देखने को मिल रही है। इस गंभीर समस्या को लेकर शनिवार को पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एपरोच फॉर लिविंग, पहल ने जांच शिविर लगाया जिसमें अधिक संख्या में मरीजों की जांच पड़ताल के साथ जागरुक किया गया।

शरीर की बैट्री है लीवर

डाक्टरों के मुताबिक लीवर शरीर की बैट्री के रूप में काम करता है। यह ग्लूकोज से बनने वाले ग्लाइकोजेन को संग्रहित करता है और आवश्यकता होने पर ग्लाइकोजन को ग्लूकोज में परिवर्तित करता है। इतना ही नहीं रक्त का थक्का बनने के लिए आवश्यक रसायनों एवं प्रोटीन का संश्लेषण करता है।

बिहार में बढ़ रही समस्या

बिहार में लीवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें हेपेटाइटिस ए और बी के साथ ई सी भी शामिल है। शराब के कारण और मिलावटी खाद्य पदार्थो से समस्या आती है। शराब तो लीवर का दुश्मन है और इसके लगातर सेवन से ये फेल हो जाता है।

हालांकि लीवर ऐसे पदार्थो का विषहरण है लेकिन अधिक जहर पीने से ये भी जवाब दे जाता है। इसकी क्षमता धीरे धीरे कम होने लगती है और एक समय आता है जब ये काम करना बंद कर देता है। बचाव के लिए अनावश्यक दवाओं के प्रयोग से बचना चाहिए और शुद्ध खाना पीना के साथ पेयजल पर ध्यान देना चाहिए।

जागरूकता ही है बचाव

संस्था के निदेशक डॉ दिवाकर तेजस्वी के निगरानी में लगाए गए जांच शिविर में क्0 प्रतिशत मरीजों में लीवर का संक्रमण मिला है। इसमें कुछ शराब और कुछ खान पान में गड़बड़ी के कारण संक्रमण से ग्रसित थे। डॉक्टरों की टीम ने क्00 से अधिक लोगों का परीक्षण किया और उन्हें आवश्यक सलाह दी। इस दौरान यूरिक एसिड की भी जांच की गई और लोगों को इस बढ़ी हुई समस्या के बारे में बताते हुए जागरुक किया गया।