गवर्नमेंट एअरलाइंस कंपनी एअर इंडिया की फाइनेंसियल कंडीशन चाहे जैसी भी हो, अमेरिकी एअर क्राफ्ट मैन्यूफैक्चरर बोइंग अपने वादे पर अमल करते हुए उसे बोइंग 787, ड्रीमलाइनर की सप्लाई जरूर करेगा. यह एअरक्राफ्ट 2011 के आखिर तक एअर इंडिया के बेड़े की रौनक बढ़ा रहा होगा. वैसे ड्रीमलाइनर की सप्लाई में पहले ही 3 साल की देरी हो चुकी है. एअर इंडिया ने 2005 में 27 ड्रीमलाइनर्स का आर्डर अमेरिकी कंपनी बोइंग को दिया था.
बोइंग के इंडिया प्रेसीडेंट दिनेश केशकर ने बताया कि यह प्लेन साल के चौथे क्वार्टर में एअर इंडिया को सौंपा जाएगा. उन्होने बाकी 26 प्लेन्स के एअर इंडिया को सौंपे जाने के शेड्यूल के बारे में बताने से इंकार कर दिया.
इस एअर क्राफ्ट की टेस्टिंग अगले हफ्ते होगी. इसे दिल्ली से मुम्बई के बीच उड़ाया जाएगा. एअर इंडिया के अलावा जेट एअरवेज ने भी 10 प्लेन्स का आर्डर दे रखा है. इनकी डिलीवरी 2014 से शुरू होगी. बोइंग आफीशिअल्स ने बताया कि पाइलेट्स को ड्रीमलाइनर उड़ाने की ट्रेनिग अगले महीने से दी जाएगी.
बोइंग इंडिया की एविएशन इंडस्ट्री में अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है. एक अनुमान के मुताबिक इंडिया को अगले 20 सालों में 1320 नए एअरक्राफ्ट्स की जरूरत पड़ेगी और इसकी मार्केट लगभग 150 बिलियन डालर की होगी.
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