मशहूर निर्माता निर्देशक महेश भट्ट ने कहा कि उनकी आगामी फ़िल्म की कहानी इस घटनाक्रम से मिलती जुलती है वहीं निर्देशक मनीष सिंह ने भी इसी घटनाक्रम को अपनी फ़िल्म की पटकथा का विषय बना लिया है।

दरअसल असल ज़िंदगी के यह क्राईम सीन फ़िल्मी पर्दे पर भी ख़ूब मसाला पेश करते हैं और इसलिए बीबीसी ने ऐसी ही कुछ फ़िल्मों पर नज़र डाली जो हत्या की उलझी-सुलझी गुत्थियों की पृष्टभूमि पर तैयार हुई हैं।

आरुषि हत्याकांड

हत्याकांड जिन पर बनी फ़िल्में

इस फ़ेहरिस्त में सबसे पहला नाम आता है 'आरुषि हत्याकांड' का।

उत्तर प्रदेश के नोएडा इलाक़े में साल 2008 में 14 वर्षीया आरुषि तलवार और उसके नौकर हेमराज की हत्या की गुत्थी 7 साल बाद भी अनसुलझी है।

इस हादसे पर अभी तक दो फ़िल्में बनाई गई हैं जिनमें से पहली 'रहस्य' रिलीज़ हो चुकी है और दूसरी 'तलवार' रिलीज़ को तैयार है।

निर्देशक मनीष गुप्ता की फ़िल्म 'रहस्य' में मुख्य भूमिकाओं में अभिनेता के. के. मेनन और टिस्का चोपड़ा थे और क़ानूनी पचड़ों का सामना करने के बाद ही ये फ़िल्म प्रदर्शित हो सकी थी।

वहीं इस हत्याकांड पर फ़िल्मकार मेघना गुलज़ार ने भी 'तलवार' नाम की फ़िल्म बनाई है जिसका ट्रेलर कुछ दिनों पहले ही जारी किया गया।

2 अक्तूबर 2015 को रिलीज़ हो रही इस फ़िल्म में आरुषि की माँ की भूमिका में कोंकणा सेन शर्मा हैं और पुलिस ऑफ़िसर की भूमिका इरफ़ान ख़ान निभा रहे हैं।

जेसिका लाल हत्याकांड

हत्याकांड जिन पर बनी फ़िल्में

मॉडल जेसिका लाल की हत्या वर्ष 1999 में दिल्ली में एक नाईट क्लब में हुई थी।

इस हत्याकांड ने उस वक़्त काफ़ी सुर्ख़ियां बटोरी थीं और जेसिका की हत्या के मुख्य आरोपी मनु शर्मा को साल 2006 में उम्रक़ैद की सज़ा सुना दी गई थी।

इस हत्याकांड पर निर्माता निर्देशक राजकुमार गुप्ता ने वर्ष 2011 में फ़िल्म 'नो ऑन किल्ड जेसिका' बनाई जिसमें रानी मुखर्जी और विद्या बालन मुख्य भूमिका में थीं।

विद्या ने जेसिका की बहन और रानी ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई थी।

नीरज ग्रोवर हत्याकांड

हत्याकांड जिन पर बनी फ़िल्में

टीवी एक्ज़िक्यूटिव नीरज ग्रोवर की वर्ष 2008 में कन्नड़ अभिनेत्री मारिया सुसाइराज और उसके प्रेमी जेरॉम मैथ्यू ने बेरहमी से हत्या की थी।

यह अपराध इतना जघन्य था कि क़त्ल करने के बाद शव को कई टुकड़ों में काटा भी गया था।

इस सनसनीखेज़ हत्याकांड को सुलझा लिया गया है और आरोपियों को सज़ा भी मिल गई है।

इस हत्याकांड पर फ़िल्मकार रामगोपाल वर्मा ने वर्ष 2011 में फ़िल्म 'नॉट ए लव स्टोरी' बनाई जिसमें माही गिल और दीपक डोबरियाल मुख्य भूमिका में थे, फ़िल्म को उत्तेजक और कामुक दृश्यों की वजह से सेंसर ने रोका था लेकिन बाद में यह फ़िल्म रीलीज़ हो गई थी।

हिट एंड रन केस

हत्याकांड जिन पर बनी फ़िल्में

हिट एंड रन केस का नाम आते ही दो केस दिमाग़ में आते हैं जिसमें पहला है अभिनेता सलमान ख़ान और दूसरा दिल्ली के कारोबारी संजीव नंदा का।

साल 1999 में दिल्ली के लोधी रोड इलाक़े में बड़े बिज़नेस घराने से आने वाले संजीव नंदा ने 7 लोगों को अपनी कार से कुचल दिया था।

इस मुद्दे पर बॉलीवुड में 'जॉली एल एल बी' फ़िल्म बनाई गई जिसके निर्देशक थे सुभाष कपूर और यह फ़िल्म 2013 में रिलीज़ हुई थी।

अरशद वारसी और बोमन ईरानी की मुख्य भूमिका वाली इस भूमिका में कुछ अंश सलमान ख़ान के हिट एंड रन केस से भी लिए गए थे, लेकिन निर्माता निर्देशक और फ़िल्म से जुड़े किसी भी व्यक्ति ने इस बात की पुष्टि नहीं की थी।

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