रजत पदक से संतोष किया

इससे पहले 100 मीटर दौड़ में भी गैटलिन को पीछे छोड़ने वाले बोल्ट ने 200 मीटर में 19.55 सेकेंड का समय निकाला और इस तरह से फिर साबित कर दिया कि फर्राटा दौड में उनका कोई सानी नहीं है। ब‌र्ड्स नेस्ट स्टेडियम में सभी की निगाहें बोल्ट और गैटलिन पर टिकी हुई थीं। गैटलिन ने सेमीफाइनल में बोल्ट को पीछे छोड़ा था, लेकिन 100 मीटर की तरह जमैका के एथलीट ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन फाइनल के लिए बचाकर रखा था। गैटलिन उनके करीब भी नहीं फटक पाए और उन्हें 19.74 सेकेंड के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका के अनासो जोबोदवाना ने 19.87 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक हासिल किया।

दौड़ में चौथा स्वर्ण पदक

वहीं पूरे 20 सेकेंड से कम समय में इस साल यह रेस पूरी करने वालों में पनामा के ओलोंसे एडवर्ड भी हैं, लेकिन उन्हें 19.87 समय के साथ चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। सबसे खास बात यह है कि आज उसेन बोल्ट का दुनिया में सबसे तेज धावक के रूप मे देखे जाते हैं। उन्होंने इस विश्व चैंपियनशिप में 200 मीटर दौड़ में चौथा स्वर्ण पदक है। इसके पहले बोल्ट ने 2008 में बीजिंग ओलंपिक खेलों से लेकर अब तक 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में 12 में से 11 स्वर्ण पदक जीते हैं। वह केवल दीगू में 2011 विश्व चैंपियनशिप में 100 मीटर में गलत शुरुआत के कारण खिताब नहीं जीत पाए थे।

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