खेत में रखे टिफिन में हुआ कम तीव्रता का ब्लास्ट

दो दिन तक इलाका पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता

कंट्रोल रूम में सूचना देने पर पुलिस महकमे में खलबली

एक किलोमीटर तक सुनाई दी धमाके की आवाज

ब्लास्ट में किसान का हाथ उड़ने से बाल-बाल बचा

पुलिस के आला अधिकारियों ने लिया मौके पर जायजा

फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से जुटाए धमाके से जुड़े साक्ष्य

आगरा। हाल ही में आईएस और अलकायदा की धमकी के बाद केन्द्र की इंटेलीजेंस एजेंसियों ने देशभर में अलर्ट घोषित कर रखा है। स्थानीय एजेंसियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इस सतर्कता के निर्देशों का पालन किस तरह हो रहा है, इसी की बानगी देखने को मिली, जब रेलवे ट्रैक के पास बम ब्लास्ट होता है। स्थानीय चौकी और थाने में इसकी सूचना दी जाती है। लापरवाही की हद देखिए कार्रवाई तो दूर पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचना भी मुनासिब नहीं समझा।

टिफिन पर चपका था टेप

मामला अछनेरा के ग्राम सहाई का है। 30 वर्षीय किसान राजवीर पुत्र सियाराम रोजाना की तरह रविवार सुबह खेत पर चारा लेने के लिए गया। नीम के पेड़ के नीचे एक स्टील टिफिन दिखाई दिया। राजवीर के अनुसार उसे लगा कि किसी ने टिफिन रखकर टोटका किया है। हिम्मत करके देखा तो टिफिन पर टेप चिपका था।

एक किमी तक सुनाई दिया धमाका

राजवीर के अनुसार टिफिन खोलने के लिए आधा ही टेप हटाया कि जोरदार ब्लास्ट हुआ। राजवीर बुरी तरह घायल हो गया। बड़े भाई जगदीश के अनुसार धमाके की आवाज लगभग एक किमी तक सुनाई दी। यहां से चंद कदमों की दूरी पर आगरा-जयपुर रेलवे ट्रैक गुजरता है। उपचार के लिए भरतपुर ले जाया गया, जहां उसे हॉस्पिटल में भर्ती करने से इनकार कर दिया।

पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता

ब्लास्ट की जानकारी देने के लिए ग्रामीण घायल राजवीर को लेकर इलाका चौकी पहुंचे। यहां पुलिसकर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। थाना अछनेरा गए। यहां भी ब्लास्ट को गंभीरता से नहीं लिया गया।

पुलिस महकमे में खलबली

मंगलवार सुबह घटना की जानकारी जगदीश ने पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर दी। आला अधिकारियों को जानकारी होते ही महकमे में खलबली मच गई। एसएसपी शलभ माथुर, एसपी आरए बबिता शाहू समेत आला अधिकारियों ने मौके की ओर दौड़ लगा दी। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाए। घायल राजवीर को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

कहीं टूरिस्ट तो निशाने पर नहीं?

सवाल उठता है कि खेत पर नीम के नीचे टिफिन में बम रखने के पीछे क्या मकसद हो सकता है? कहीं यह आतंकियों की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा तो नहीं। इस आशंका का वाजिब आधार भी है। भारत आने वाले विदेशी टूरिस्ट आगरा और जयपुर जरूर आते हैं। इन दोनों शहरों को यही आगरा-जयपुर ट्रैक जोड़ता है। इस ट्रैक से रोज शताब्दी समेत कई वीआईपी ट्रेन गुजरती हैं। इसमें साप्ताहिक शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील भी शामिल है। जगदीश का कहना है कि धमाका स्थल से रेलवे ट्रैक की दूरी चंद कदमों की है।

इंचार्ज और हैड मोहर्रिर निलंबित

एसएसपी ने मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर चौकी इंचार्ज कुकथला प्रशांत त्यागी और थाना अछनेरा के हेड मोहर्रिर (दीवान) राजकुमार को निलंबित कर दिया। सीओ अछनेरा करुणाकर राव का कहना है कि मामले में देरी से एक्शन के लिए पीडि़त पक्ष भी दोषी है। उन्होंने समय रहते जानकारी थाने में दी होती तो यह नौबत नहीं आती।

करुणाकर राव, सीओ अछनेरा ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में टिफिन बम जैसी कोई चीज नहीं मिली है। यह जानवर भगाने के लिए पान मसाले से थोड़े बड़े डिब्बे में देहात में यूज होने वाले विस्फोटक का ही नतीजा है। बीडीएस टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की है। जल्द ही पुलिस किसी नतीजे पर पहुंच जाएगी।