- दस दिवसीय 14वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आगाज

- महिला सशक्तिकरण थीम पर आयोजित हुआ पुस्तक मेला

LUCKNOW :

नवाबों का शहर लखनऊ शान ओ शौकत, खान पान के साथ अपनी कला के लिए भी जाना जाता है। यहां के लोगों का साहित्य से बहुत पुराना रिश्ता रहा है.साहित्यकार यशपाल शर्मा, अमृतलाल नागर जैसे कई बड़े साहित्यकारों ने यहां का नाम रोशन किया है। ऐसे ही साहित्य प्रेमियों के लिए 14 वां राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आगाज मोती महल लॉन में शुक्रवार को हुआ। जिसका उद्घाटन राज्यपाल राम नाईक ने किया। दस दिवसीय इस पुस्तक मेले में साहित्य, हेल्थ, बच्चों से संबधित किताबें, कॉमिक्स , धार्मिक किताबों के अलावा तमाम किताबें हैं।

किताबों से ज्ञान मिलता है।

राज्यपाल ने कहा कि गूगल से केवल जानकारी मिलती है.मगर सच्चा ज्ञान तो किताबों से ही मिलता है। ज्ञान हासिल करने के लिए किताबों से दोस्ती करनी चाहिए। मेले की थीम महिला सशक्तिकरण होने पर उन्होंने कहा कि आज महिला शोषण की घटनाएं बढ़ती जा रहीं हैं जो कि देश के लिए अच्छा नहीं।

राहुल की रैली के चलते नहीं पहुंच सके साहित्य प्रेमी

शहर में कांग्रेस युवराज राहुल गांधी के रोड शो के चलते परिवर्तन चौक तक जाम लग गया जिसके चलते लोग घंटों जाम में फंसे रहे। पुस्तक मेले के उद्घाटन के समय काफी कम लोग मौजूद रहे।

मोदी ब्रांड है खास

इस बार पुस्तक मेले में प्रधानमंत्री मोदी पर आधारित किताब ब्रांड 'मोदी का तिलिस्म' धर्मेद्र कुमार की बुक मौजूद है जिसमें मोदी के राजनीतिक इतिहास और उनसे जुड़ी कई बातें हैं। पुस्तक मेले में राज्यपाल राम नाईक की किताब चरैवेति चरैवेति चार भाषाओं में उपलब्ध है।

पहली बार आई कइर् किताबें

देवेंद्र स्वरुप की प्रभात प्रकाशन में 'यह संविधान- हमारा या अंग्रेजों का', आबिद सूरती की कालजयी रचना काली किताब, संस्कृति एक-नाम रुप अनेक, वसुंधा डालमिया की हिंदू परम्पराओं का राष्ट्रीयकरण समेत कई विदेशी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद मौजूद है। इस बार कई किताबें जो व‌र्ल्ड बुक फेयर में रिलीज हुई थी वो भी इस बार पुस्तक मेले में आपको मिलेंगी।

बॉक्स

विदेशी किताबों का हिंदी अनुवाद मौजूद

पहली बार यहां चाइनीज बुक्स का स्टॉल लगा है। प्रकाशन संस्थान के स्टॉल पर मुख्य रुप से लेखक फ्योदर दस्तायेवस्की की बेजान घर, गरीब लोग, मिखाइल बुल्गावकोव की हिंदी चीनी अंग्रेजी वार्तालाप, लेखक हच्येन मिड की जनता का सचिव शामिल है। फ्रायड और बरनार्ड शॉ के विचार कोष भी उपलब्ध है।

बच्चों के लिए माइंड गेम्स भी

बच्चों के लिए किताबों से लेकर गेम्स तक मौजूद हैं। माइंड को शार्प करने वाले गेम जैसे टैनग्राम, पिरामिड, स्माइली, डायमंड पज्जल मौजूद है। दो साल के बच्चें से लेकर 15 साल तक के बच्चों के लिए कई तरह की ज्ञानवर्धक किताबें मौजूद है।

अलंकार रस्तोगी के व्यंग्य संग्रह का विमोचन 28 को

शहर के प्रसिद्ध व्यंग्यकार अलंकार रस्तोगी के नए व्यंग्य संग्रह सभी विकल्प खुले हैं का विमोचन आगामी 28 सितम्बर को सांय 6 बजे लखनऊ के मोती महल लॉन में राष्ट्रीय पुस्तक मेले होगा।