पैसेंजर ट्रेन होती तो जा सकती थी कई की जान, पटरी से उतर गए थे एक डिब्बे के दो पहिये

हावड़ा-मुंबई रूट हुआ डिस्टर्ब, डाउन लाइन की कई ट्रेनें दो से तीन घंटे हुई लेट

ALLAHABAD: एनसीआर में नवंबर से जनवरी के बीच ट्रेन डिरेलमेंट की कई घटनाएं हुई। जन-धन का भारी नुकसान हुआ। गुरुवार को एक बार फिर छिवकी जंक्शन के पास डिरेलमेंट की घटना हुई। बस गनीमत यही रही कि ट्रेन पैसेंजर न होकर मालगाड़ी थी, अन्यथा एक बार फिर कई जानें जा सकती थीं। एक वैगन के दो पहिये पटरी से उतर गए, जिसकी वजह से डाउन लाइन मुंबई-हावड़ा रूट पर तीन घंटे तक यातायात ठप रहा। पहिये पटरी से कैसे उतरे इसकी जांच की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि भीषण गर्मी की वजह से ट्रैक फैल गया होगा, जिससे पहिये ट्रैक से उतर गए।

क्रास ओवर प्वाइंट पर दुर्घटना

नैनी स्थित टीएसएल साइडिंग से 24 वैगन की बूस्ट मालगाड़ी गुरुवार को दोपहर के समय नैनी से छिवकी की ओर जा रही थी। दोपहर करीब 12.35 पर मालगाड़ी लाईन नंबर 8 के क्रास ओवर प्वाइंट नंबर 219 पर पहुंची थी कि अचानक इंजन से दूसरे वैगन के दो पहिये पटरी से उतर गए।

तत्काल चालू किया गया अप लाइन

मालगाड़ी का एक वैगन डिरेल होते ही मुंबई-हावड़ा रूट का अप और डाउन लाइन बाधित हो गया। इसकी जानकारी होते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इलाहाबाद मुख्यालय से तत्काल एआरटी को छिवकी के लिए रवाना किया गया। क्विक एंड फास्ट एक्शन की वजह से 13.20 पर अप लाइन पर ट्रैफिक शुरू करा दिया गया। इंजन और पहले डिब्बे को आगे बढ़ाया गया। डिरेलमेंट के कारण 12395 जियारत एक्सप्रेस, 12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस, 12307 जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस दो से तीन घंटे लेट हुई।

चार बजे डाउन लाइन चालू

एआरटी टीम डिरेल हुए वैगन को पटरी पर लाने और डाउन लाइन पर आवागमन शुरू कराने में जुट गई। दोपहर करीब पौने तीन बजे प्रभावित वैगन को रीरेल किया गया। 15.20 बजे डाउन लाइन को फिट कर दिया गया। पहली मालगाड़ी केपी डाक 15.27 पर पास हुई। इसके बाद 18201 दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस पास हुई।

यार्ड में फिर डिरेल हुआ वैगन

हावड़ा-मुंबई डाउन लाइन पर डिरेल हुए मालगाड़ी के वैगन को दोपहर बाद रीरेल कर यार्ड की तरफ ले जाया जा रहा था, तब एक बार फिर वैगन डिरेल हो गया। इस बार भी वही वैगन डिरेल हुआ, जो पहले हुआ था। इसके बाद पहले जहां क्रास ओवर प्वाइंट पर गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही थी, वहां ये साबित हुआ कि गड़बड़ी वैगन में ही थी।