PATNA : जीवी मॉल में शनिवार को लगी भयानक आग कई रंग दिखा सकती थी। लेकिन पुलिस और फायर ब्रिगेड की सर्तकता ने एक बड़ी घटना को होने से बचा लिया। लेकिन जरूरी नहीं है कि ऐसा हर बार हो। ऐसा इसलिए कि जीवी मॉल हादसे के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने बोरिंग रोड चौराहा स्थित चार बड़ी बिल्डिंगों का रियलिटी चेक कर फायर सिस्टम के इंतजामों को खंगाला। दो बिल्डिंगों में फायर सिस्टम के नाम पर कुछ भी नहीं मिला। जबकि दो बिल्डिंगों में आग से बचने का व्यापक इंतजाम दिखा। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि अगर आग लगी तो फायर ब्रिगेड की टीम को आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। पेश है चारों बिल्डिंग की लाइव रिपोर्ट

क्। वर्मा सेंटर

बोरिंग रोड चौराहा के साउथ वेस्ट कॉर्नर पर स्थित है वर्मा सेंटर बिल्डिंग, जो पूरी तरह कॉर्मिशयल है। म् मंजिला भवन में फायर सिस्टम अपडेट है। हर फ्लोर पर पानी की पाइप तो है ही। साथ ही फायर एगजिस्टर का हर सिलेंडर अपडेट मिला। लेकिन अगर इस बिल्डिंग में हादसा हुआ तो फायर ब्रिगेड को ऑपरेशन ऑपरेट करने में काफी परेशानी होगी। खासकर बिल्डिंग के पिछले हिस्से में।

ख्। मां भगवती कॉम्प्लेक्स

इस बिल्डिंग का कॉमर्शियल और रेजिडेंशियल यूज हो रहा है। छोटे-बड़े करीब भ्0 शॉप के साथ कोचिंग भी चलते हैं.कई फ्लैट्स भी हैं। अगर इस भवन में हादसा होता है कि जानमाल की बड़ी क्षति हो सकती है। कारण है कि फायर सिस्टम मानक के किसी भी लेवल पर ये बिल्डिंग खरी नहीं उतरती। आग लगने पर काबू पाने के लिए पानी की बौछार के सारे रास्ते बंद है। यानी यह बिल्डिंग भगवान भरोसे है।

फ्। अलंकार पैलेस

इस बिल्डिंग में ज्वेलरी शॉप के साथ ही एसबीआई ब्रांच सहित कई सरकारी ऑफिस हैं। ग्राउंड फ्लोर पर छोटे शॉप भी हैं। सुबह से लेकर रात तक लोगों को मूवमेंट होता रहता है। बिल्डिंग का फायर सिस्टम सही मिला। लेकिन ग्राउंड फ्लोर पर बॉक्स के अंदर रखी पाइप के बक्से पर ताला जड़ा मिला। अगर यहां आग लगी और बॉक्स में लगे ताले की चाभी समय पर नहीं मिली तो मामला सीरियस बन जाएगा।

ब्। पुष्पांजलि पैलेस

फ्रंट में कई म् बड़े शॉप हैं। फ‌र्स्ट फ्लोर पर इंश्योरेंस कंपनी का ऑफिस है। जबकि ऊपरी मंजिल पर फ्लैट्स हैं। साल ख्0क्ब् के मार्च में होलिका दहन के दिन यहां आग लगी थी। जिसमें कपड़े का शोरूम और लाइफ इंश्योरेंस ऑफिस जल गई थी। हादसे के तीन साल बाद भी फायर सिस्टम को दुरूस्त नहीं किया गया। एक शॉप ऑर्नर की मानें तो हादसे के बाद भी सबक नहीं ली गई है।