PATNA : चर्चित लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या हो या फिर पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह की। इन दोनों हत्याओं की पटकथा दियारा इलाके के आतंक कुख्यात मुन्ना सिंह ने ही रची थी। इन दोनों को रास्ते से हटाकर पूरे इलाके में मुन्ना सिंह खुद का वर्चस्व कायम करना चाहता था। ये सनसनीखेज खुलासा खुद अपराधी मुन्ना सिंह ने किया है। वो भी पटना पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद। कड़ी मशक्कत के बाद एसएसपी मनु महाराज के द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम ने फतुहा थाना के तहत जेठुली घाट से मुन्ना सिंह को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले मुन्ना सिंह ने पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी थी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। लेकिन पुलिस की दबिश के आगे इस बार कुख्यात की एक नहीं चली और जान गंवाने की डर की वजह से उसने फायरिंग रोक दी। फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। छानबीन के दौरान अपराधी के पास से पुलिस ने भ् देशी पिस्टल, 7 गोली और फायरिंग किए गए गोली का दो खोखा बरामद किया।

- कई दिनों से चल रहा था लुकाछिपी का खेल

दो दशकों से मुन्ना सिंह ने अपराध की दुनिया में वर्चस्व कायम कर रखा है। इसने वैशाली के साथ ही पटना, छपरा और मुजफ्फरपुर में भी आतंक फैला रखा था और बृजनाथी की हत्या के बाद से फरार था। एसएसपी को इसके राघोपुर में छिपे होने और किसी बड़े आपराधिक वारदात को अंजाम देने की जानकारी मिली। इसके बाद ही एसडीपीओ फतुहा अनोज कुमार की अगुआई में स्पेशल टीम बना डाली। टीम में फतुहा थाने के एसएचओ और तेज तर्रार ऑफिसर्स को शामिल किया गया। पिछले कई दिनों से सिविल में पुलिस वाले राघोपुर में कैंप कर रहे थे। लगातार इसके बारे में जानकारी हासिल की जा रही थी। कई बार राघोपुर में ही उसके ठिकाने पर छापेमारी कर मुन्ना सिंह को पकड़ने की कवायद हुई। लेकिन वो पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल खेलता रहा और ठिकाने बदलता रहा।

- पहले से घात लगाई थी पुलिस

आपराधिक छवि को बरकरार रखने के लिए मुन्ना सिंह राघोपुर, कच्ची दरगाह और फतुहा के बिजनेसमैन के दहशत का माहौल कायम करने में लगा था। वो लगातार रंगदारी भी वसूल रहा था। आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए ही वो राघोपुर से नाव के जरिए गंगा पार कर वो जेठुली घाट आ रहा था। जिसकी भनक एसएसपी को लगी। फिर इसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू हुआ। ऑपरेशन की कमान खुद एसएसपी संभाल रहे थे। घाट किनारे सादे लिबास में पुलिस वाले घात लगाए थे। नाव से उतरते ही पुलिस उसे गिरफ्तार करना चाही, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी थी।

- एके-ब्7 है पसंद

इस कुख्यात की पसंद एके-ब्7 जैसे आधुनिक हथियार हैं। बृजनाथी सिंह और अजय सिंह की हत्या में भी एके-ब्7 का यूज हुआ था। एसएसपी मनु महाराज के अनुसार अवैध हथियारों का कारोबार भी मुन्ना सिंह कर रहा है। इसके खिलाफ पटना और वैशाली जिले में करीब दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। इसमें अकेले क्7 एफआईआर राघोपुर थाना में दर्ज है। वहीं, छपरा और मुजफ्फरपुर जिले में इसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को खंगाला जा रहा है।