- एसके मेमोरियल में एनआईटी कंवोकेशन आर्गनाइज

- एनआईटी कंवोकेशन में करीब 400 स्टूडेंट्स को मिली डिग्री, डायरेक्टर ने गिनाए अचीवमेंट

PATNA : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

(एनआइटी) के कंवोकेशन में स्टूडेंट्स को मिली डिग्री और चेहरे खिल उठे। मंच पर करीब ब्00 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गयी। हालांकि इंस्टीट्यूट से कुल भ्म्ब् स्टूडेंट्स को डिग्री मिलना था क्योंकि कई अब्सेंट भी रहे। बीटेक के ओवरऑल टॉपर मैकेनिकल के रत्नेश कुमार व एमटेक के मैकेनिकल दयाशंकर प्रसाद हैं। बीटेक के ब्क्भ्, एमटेक के क्ब्भ् और पीएचडी के चार स्टूडेंट्स को डिग्री मिला। ओवरऑल टॉपरों को क्ब् कैरेट गोल्ड मेडल जबकि ब्रांच टॉपर को गोल्ड कोटेड सिल्वर मेडल दिया गया। कंवोकेशन के चीफ गेस्ट इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता के एक्स डायरेक्टर पद्मश्री शंकर कुमार पाल थे।

एक पल में लाइफ एक्सपीरिएंस

कंवोकेशन के मौके पर सभी स्टूडें्स के चेहरे से एक पल में जिंदगी का सबसे अच्छे पल में खुद शामिल होने की खुशी झलक रही थी। एम टेक के एक उन सभी स्टूडेंट्स की जिंदगी का एक खास पल था जो रेग्यूलर पढ़ाई के बाद दूसरे से बेहतर कर गोल्ड मेडल विनर बने। ऐसे स्टूडेंट्स ने आई नेक्स्ट से बात करते हुए कहा कि अपने स्टेट में पढ़ने और सम्मानित होने से ज्यादा बड़ी बात और क्या होगी। मूल रूप से पूर्णिया के रहने वाले अमित कुमार ने बताया कि यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा पल है। उन्होंने बताया कि एमटेक से डिग्री पाने के बाद मेरा लक्ष्य अब आईआईटी, गुवाहाटी से पीएचडी करने का है।

डायरेक्टर ने बताया अचीवमेंट

एनआईटी पटना के डायरेक्टर प्रो। अशोक डे ने पिछले कुछ सालों में इसके अचीवमेंट और वर्तमान में लिए जा रहे न्यू स्टेप के बारे में अपने एड्रेस में जिक्र किया। उन्होंने बताया कि यहां सभी ब्रांच में इंटीग्रेटेड पीएचडी की फैसिलिटी है। यह ख्009 में इंट्रोड्यूस किया गया था। पिछले दो साल में यहां प्लेसमेंट रिकार्ड भी तेजी से ऊपर उठा है।

ये हैं गोल्ड मेडल विनर

तूलिका- बीटेक आर्किटेक्चर

आलोक मिश्रा- सिविल इंजीनियरिंग

पूजा गौड- ईसीई

परितोष कुमार मोनू- आईटी

विवेक रंजन पांडेय -सिविल इंजीनियरिंग

शिव प्रकाश सिंह-इलेक्ट्रिकल

रत्नेश कुमार-मैकेनिकल इंजीनियरिंग

संतोष कुमार- एमटेक आर्किटेक्चर

अंकिता-सिविल इंजीनियरिंग

नमन अग्रवाल- ईसीई

केएम रंजना सिंह-सिविल इंजीनियरिंग

अभिलाष कुमार- इलेक्ट्रिकल

दया शंकर प्रसाद- मैकेनिकल