-गोमती एक्सप्रेस के जनरल कोच में नाबालिगों समेत दबोचा गया आरोपी

-पांच हजार रुपए की दलाली के चक्कर में नाबालिगों को ले जाता था दिल्ली

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KANPUR : ट्रेनों में लगातार मानव तस्करी बढ़ती जा रही है। सेंट्रल स्टेशन पर पिछले चार माह में तीसरी बार ऐसा मामला प्रकाश में आया है। जीआरपी ने मुखबिर से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए गोमती एक्सप्रेस के जनरल कोच में छापेमारी कर दलाल द्वारा जे जाए जा रहे आधा दर्जन से अधिक किशोर व किशोरियों को पकड़ा है।

पांच हजार रुपए दलाली

जीआरपी इंस्पेक्टर नंदजी यादव के मुताबिक आरोपी बूचनपुर देवरनिया बरेली निवासी दयाशंकर ने पूछताछ में बताया कि उसे बच्चे दिल्ली तक पहुंचाने में एक बच्चे का पांच हजार रुपये मिलता है। दलालों का काम सिर्फ बच्चों को उनके घर से दिल्ली तक पहुंचाना होता है। उसके बाद उनका लीडर बच्चों को घरेलू कार्य करने के लिए आवश्यकतानुसार लोगों को किराए में बेच देता है।

झाड़ू-पोछा व बैंड का काम

पूछताछ के दौरान आरोपी दयाशंकर ने बताया कि दिल्ली ले जाई गई किशोरियों को घरों में झाडू पोछे का काम दिया जाता है और किशोरों को होटल व बैंड बाजे के काम में लगाया जाता है। जिनको एक माह में तीन से चार हजार रुपए मजदूरी मिलती है।

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झारखंड मानव तस्करी का अड्डा

जीआरपी इंस्पेक्टर नंदजी यादव के मुताबिक झारखंड में गरीबी अधिक होने के कारण दलाल नाबालिग बच्चों के माता-पिता को अच्छा पैसा मिलने का लालच देकर उनके बच्चों को काम कराने के लिए दिल्ली ले जाते हैं। बच्चों के माता पिता अत्यधिक गरीब होने के कारण खुशी-खुशी अपने बच्चों को मजदूरी के लिए भेज भी देते हैं।