जब कैंसर का पता लगा
30 वर्षीय पद्माकर चौबे मुंबई में रहकर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करते हैं और उनका परिवार यूपी के जौनपुर में रहता है। पद्माकर मुंबई में अकेले रहते हैं और एक अच्छे इंसान की तरह जिंदगी बसर कर रहे थे। लेकिन 5 महीने पहले पद्माकर को बहन के बारे में एक ऐसी बात पता चली जिसने उन्हें सर से पावं तक हिला दिया। दरअसल पद्माकर की बहन की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी और चेकअप के दौरान पता चला कि उसे ब्लड कैंसर है। यह खबर सुनकर पद्माकर काफी चिंतित हो गए। ऐसे में अपनी 21 साल की बहन का इलाज कराने के लिए काफी पैसे की जरूरत थी लेकिन कम समय में इतने पैसे इकठ्ठा करना नामुमकिन था। जिसके बाद पद्माकर ने शॉटकट रास्ता चुना।

फिर बनाया लूट का प्लॉन
पद्माकर ने अपने भाई, पड़ोसी और फ्रेंड को मुंबई बुलाया और फिर लूट का प्लॉन बनाया। जिसमें कि गोरेगांव के नजदीक स्थित पेट्रोल पम्प को इन्होंने अपना शिकार चुना। बताया जाता है कि 10 अगस्त को जब पेट्रोल पंप के एकाउंटेंट और मैनेजर रंजीत सिंह बैग में 17 लाख रुपये रखकर बैंक में जमा करने जा रहे थे। जैसे ही यह लोग बाइक से निकले, तो वहां पहले से मौजूद पद्माकर ने इन लोगों से बैग छीनने की कोशिश की। हालांकि इस धक्का-मुक्की में पेट्रोल पंप का एक और कर्मचारी आया लेकिन पद्माकर उसको धक्का देकर अपने भाई के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गया।

पेट्रोल पंप कर्मचारी पर शक
लूट के बाद जब पुलिस छानबीन करने आई तो कई खुलासे हुए। दरअसल पेट्रोल पंप का एक कर्मचारी शक के दायरे में आया और जब उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ी पूछताछ की, तो उसने सारा मामला बताया। इसके बाद पुलिस ने पद्माकर और उसके भाई को पकड़ लिया। हालांकि पूछताछ में पद्माकर ने बताया कि, उसने पैसों की सख्त जरूरत थी। वह बहन का इलाज कराने के लिए पैसे ले जा रहा था।

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