बुधवार को खुलना है यमुनापार इलाके का टेंडर

हॉस्पिटल फिर सिंगापुर में जॉब फिर अपनी कंपनी, फिर राजनीति में कदम इसके बाद क्या? बिजनेसमैन राजेश यादव के लिए यह बड़ा सवाल था और इसका हल भी उन्होंने खोज लिया था। वह बालू के खनन में हाथ डालने को तैयार थे। पार्टनरशिप में इस बिजनेस में इनवाल्व होने के चलते उनका नाम सीधे तो सामने नहीं आया लेकिन सूत्रों का कहना है कि बुधवार को होने वाले यमुनापार के बालू के टेंडर में राजेश भी बैक डोर से हाथ आजमाने वाले थे। बालू खनन पर कब्जे को लेकर इलाहाबाद में गैंगवार कॉमन है। इससे आशंका जताई गई कि कहीं उनकी हत्या इस चक्कर में तो नहीं हुई।

कहां से आया गाड़ी में पांच लाख कैश

राजेश यादव को ताराचंद हॉस्टल प्रिमाइस में खड़ी उनकी गाड़ी में ही गोली मारी गई थी। गोली मारे जाने के बाद उसी फॉच्र्युनर से राजेश को अस्पताल ले जाया गया था। गाड़ी में उस वक्त पांच लाख रुपए कैश पड़े हुए थे। इसकी जानकारी पुलिस को भी है। अब पुलिस के लिए यह पता करना चैलेंज बन गया है कि इतना पैसा कैश लेकर वह आधी रात को क्यों निकले थे। आखिर किसी देना था उन्हें इतना सारा पैसा नकद और क्यों।

कहां गई आखिर गोली

राजेश यादव की हत्या के बाद पुलिस ने राज नर्सिग होम से बाडी को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना को गंभीरता से देखते हुए तीन डाक्टरों और वीडियोग्राफी के बीच राजेश का पोस्टमार्टम हुआ। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक गोली राजेश के सीने में बाएं तरफ लगी और दाहिने हिस्से से बाहर निकल गई। उनकी शरीर में कोई गोली नहीं मिली। उन्हें एक ही गोली लगी थी। स्पॉट पर पुलिस को दो खोखे मिले हैं। इससे पुलिस की उलझन बढ़ गई है कि आखिर ये दो गोलियां कहां से आई।

एक फोन ने बढ़ा दी पत्‍‌नी की चिंता

घटना के संबंध में राजेश की पत्‍‌नी मोनिका की तरफ से रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है। इसमें उन्होंने रात एक बजे आई उमा केमिस्ट के मालिक आलोक यादव के कॉल का जिक्र किया है। इसके मुताबित उन्होंने कहा था कि भाभी राजेश भईया और डॉ मुकुल सिंह साथ जा रहे हैं। भईया को आप घर बुला लीजिए और उन्हें निकलने मत जाने दीजिएगा। पत्‍‌नी का कहना है कि इसके बाद उसने लगातार पति को फोन किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। 1.45 पर डॉक्टर मुकुल ने फोन रिसीव किया। भोर में चार बजे दो व्यक्ति राज नर्सिग होम से आए और मुझे हास्पिटल ले गए तो सामने पति की लाश पड़ी थी। पत्‍‌नी का आरोप है कि डॉक्टर मुकुल सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की है।

पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहता था राजेश

बहन अनुपमा ने बताया कि राजेश शुरू से ही पड़ने में अव्वल था। उसने ग्रेजुएशन और पीजी ग्वालियर से किया था। इसके बाद वह सिंगापुर जॉब के लिए चला गया था। उसने कई फॉरेन कंट्रीज में जॉब की की। छह-सात साल पहले वह नौकरी छोड़कर आ गया और सिंगापुर का काम यहीं से देखने लगा। इसके बाद वह राजनीति में उतरा था।