डॉ। मोहित ने किया खुलासा, ताराचंद में दरवाजा खुलवाकर मारी गई थी गोली

एसटीएफ, क्राइम ब्रांच के साथ एएसपी लगाए गए जांच के लिए

ALLAHABAD: बसपा नेता राजेश यादव पर हत्या से पहले पीसीबी हॉस्टल में हमला हुआ था। नौबत यह आ गई कि उन्हें हॉस्टल छोड़कर निकलना पड़ गया। इसके बाद ताराचंद हॉस्टल पहुंचे थे। यहां वह अपनी गाड़ी का शीशा चढ़ाकर बैठे थे। हमलावर ने दरवाजा नॉक करके शीशा नीचे करने को कहा और फिर गोली मार दी। यह सब कुछ इतना जल्दी में हुआ कि राजेश को संभलने का मौका ही नहीं मिला। यह खुलासा किया है घटना के वक्त राजेश के साथ मौजूद रहे डॉ। मुकुल सिंह ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत के दौरान।

पुलिस ने लिया है हिरासत में

इस मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के चलते पुलिस ने अप्रत्यक्ष रूप से डॉ। मुकुल को कस्टडी में ले रखा है। वह फिलहाल एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती हैं। एसएसपी का कहना है कि पुलिस उन पर नजर रखे हुए है। तबियत ठीक होते ही उनसे पूछताछ की जाएगी। इस सब के बीच बुधवार को रिपोर्टर डॉ। मुकुल तक पहुंच गया और घटना पर बात की। उन्होंने कहा कि राजेश यादव उनके फैमिली फ्रेंड ही नहीं बिजनेस पार्टनर भी थे। सोमवार की रात दोनों साथ में पीसीबी हास्टल गए। वहां राजेश की कुछ लोगों से कहासुनी हुई। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट हो गई। कुछ लोगों ने राजेश पर हमला कर दिया और उनकी पिटाई की। इसके बाद वे लोग वहां से निकल गए और ताराचंद हॉस्टल पहुंचे। यहां अचानक एक शख्स ने राजेश की तरफ का शीशा खटखटाया.रीराजेश को हमले का अंदेशा नहीं था तो उन्होंने शीशा नीचे कर दिया। इसके बाद सामने वाले ने राजेश को बिना कुछ सोच-समझे गोली मार दी। यह देखकर वह अवाक रह गए। जब तक कुछ समझ पाते और दोस्त को संभालने की कोशिश करते हमलावर भाग चुका था। अंधेरा होने के चलते वह उसे पहचान नहीं सके।

कई शूटरों के नाम सामने आए

बसपा नेता की हत्या में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र और शूटर्स के नाम सामने आए हैं। ये यूनिवर्सिटी इलेक्शन के ठीक पहले ताराचंद हॉस्टल या पीसीबी में क्या कर रहे थे? यह जानना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। इसी के चलते इस घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच के साथ एएसपी पूर्णेदु सिंह को भी लगा दिया गया है। हत्यारोपियों की तलाश और उनकी जल्द गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें यूनिवर्सिटी के हॉस्टल, डेलीगेसी समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर नजर रखने के साथ ही छापेमारी कर रही हैं। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया भी गया है। पुलिस अफसरों का दावा है कि जल्द ही कातिलों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस घटना की जांच में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को भी शामिल कर रही है। इसमें करीब एक सप्ताह पहले जेल में बंद पूर्व छात्रनेता अभिषेक सिंह माइकल से जुड़े कुछ छात्रों को ताराचंद हॉस्टल में घुसकर पीटा जाना शामिल है। इसमें शातिर अपराधी अच्युतानंद उर्फ सुमित शुक्ला गिरोह के लड़कों का नाम सामने आया था। पुलिस चेक करने में लगी है कि इसका कोई कनेक्शन राजेश मर्डर केस से तो नहीं है।

थाने पर अधिवक्ताओं का हंगामा

बुधवार को डॉक्टर मुकुल सिंह के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में हाईकोर्ट और जिला कचहरी के अधिवक्ता कर्नलगंज थाने पहुंच गए। अधिवक्ताओं की भीड़ देखकर कुछ देर के लिए पुलिस के पसीने छूट गए। अधिवक्ताओं का कहना था कि डाक्टर मुकुल निर्दोष हैं। उन्हें जबरन इस मामले में फंसाया जा रहा है। इंस्पेक्टर अवधेश प्रताप सिंह ने अधिवक्ताओं को समझाया कि घटना की जांच निष्पक्षता से की जा रही है। किसी भी निर्दोष को जेल नहीं भेजा जाएगा। इसके बाद वकील शांत हुए।

मोनिका ने फोन पर लिया मुकुल का हाल

हत्याकांड में नामजद आरोपी बनाए गए राज नर्सिग होम के मालिक डॉ। मुकुल को बुधवार को एसआरएन हास्पिटल में भर्ती करा दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि भर्ती होने के कुछ देर बाद ही उनके मोबाइल पर मृतक राजेश यादव की पत्‍‌नी मोनिका यादव ने कॉल की और घटना को लेकर काफी देर चर्चा की। मुकदमे को लेकर भी दोनो के बीच काफी देर तक फोन पर बात हुई। इसका डिटेल नहीं मिल पाया है।

गायब होने से अनुभव पर गहराया शक

राजेश हत्याकांड में अनुभव उर्फ दरोगा शामिल था या नहीं? यह अभी तय नहीं है लेकिन उसने गायब होकर शक बढ़ा दिया है। पुलिस ने उस पर पहुंचने के लिए हर हथकंडा अपनाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। पुलिस उससे जुड़े लोगों को भी टारगेट कर रही है लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। घटना के बाद स्पॉट की तरफ से भागते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद आठ लोग भी पुलिस के लिए फिलहाल पहेली बने हुए हैं।

डॉक्टर मुकुल सिंह एसआरएन अस्पताल में पुलिस हिरासत में हैं। उनके साथ ही कई अन्य लोगों को बुलाकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-आनंद कुलकुर्णी,

एसएसपी

दो छात्रनेताओं को नोटिस

सीओ आलोक मिश्रा ने बताया है कि बुधवार को डॉ मुकुल से अस्पताल में पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि हमलावर राजेश के पास आए और उनके तरफ का शीशा खुलवाने के बाद गोली मार दी। उन्होंने बताया कि डॉ। मुकुल से मिली सूचनाओं के आधार पर छात्रनेता अर्पित सिंह व मृत्युंजय राव परमार को नोटिस जारी की गई है कि वह पुलिस के समक्ष उपस्थित होकर बयान दर्ज कराएं। उन्होंने बताया कि पुलिस उमा केमिस्ट के मालिक आलोक यादव से भी पूछताछ करेगी कि उन्होंने क्यों राजेश को घर बुला लेने को कहा था।