- गोमतीनगर स्थित घर में लाइसेंसी बंदूक से खुद के सीने में मारी गोली

 

- ट्रॉमा सेंटर में मृत घोषित, पिछले साल भी कर चुका था सुसाइड की कोशिश

- बीमारी से परेशान होकर किया सुसाइड

 

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रुष्टयहृह्रङ्ख : बीएसपी विधानमंडल के नेता लालजी वर्मा के इकलौते बेटे विकास (35) ने बुधवार सुबह अपने घर में लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली से उड़ा लिया। गंभीर हालत में उसे आनन-फानन ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक बीमारी से तंग आकर विकास ने सुसाइड किया है।

 

मच गया हड़कंप

अंबेडकर के इब्राहिमपुर स्थित मोहम्मदीपुर गांव निवासी विकास वर्मा राजनीति में पिता लालजी वर्मा की मदद करते थे। वह अपने परिवार के साथ राजधानी के विभूतिखंड एरिया स्थित विजयंतखंड में रहते थे। अंबेडकर नगर के कटहरी विधानसभा विधानसभा सीट से विधायक लालजी वर्मा बुधवार सुबह किसी काम से घर से निकले थे। जबकि, घर पर उनका बेटा विकास, बहू माधुरी सिंह वर्मा, ड्राइवर अजय सिंह व नौकर कुलदीप मौजूद थे। परिवारीजनों के मुताबिक, पूर्वान्ह करीब 11 बजे अचानक घर में गोली चलने की आवाज हुई। जिसे सुनते ही घर में हड़कंप मच गया। माधुरी अनहोनी की आशंका में भागते हुए अपने कमरे में पहुंचीं। कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। आवाज लगाने पर भीतर से कोई जवाब नहीं मिला।

 

तोड़ दिया दरवाजा

भीतर से कोई जवाब न मिलने पर माधुरी ने आवाज लगाकर नौकर व ड्राइवर को बुलाया। उन दोनों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ दिया और वे सभी भीतर दाखिल हुए। लेकिन, कमरे का नजारा देख उनके होश उड़ गए। भीतर विकास लहूलुहान हालत में पड़े थे। उनके बगल में लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक पड़ी थी। उन्होंने बंदूक को सीने से सटाकर फायर किया था। माधुरी व नौकरों ने आनन-फानन विकास को इलाज के लिये ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया। जानकारी मिलने पर एसएसपी दीपक कुमार, एसपी नॉर्थ अनुराग वत्स मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से बंदूक व खोखा कब्जे में ले लिया है। मृतक विकास की पत्‌नी माधुरी राजधानी में ही ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। बुधवार को हुए हादसे की खबर मिलने पर भारी संख्या में रिश्तेदार, परिचित व समर्थक भी उनके घर पहुंचे। देररात तक लोगों का आना-जाना लगा रहा।

 

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नहीं करा सके एडमिट

ट्रॉमा सेंटर सूत्रों ने बताया कि विधायक लालजी वर्मा तीन दिन पहले किसी मरीज को देखने ट्रॉमा सेंटर पहुंचे थे। जहां उन्होंने डॉक्टर्स से बेटे विकास के डिप्रेशन में होने के बारे में बात की थी। बताया जाता है कि डॉक्टर्स ने उन्हें बेटे को जल्द से जल्द मानसिक रोग विभाग में एडमिट कराने की सलाह दी थी। हालांकि, वर्मा बेटे को हॉस्पिटल में एडमिट करा पाते इससे पहले ही यह दुखद घटना घट गई।

 

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पिछले साल भी की थी सुसाइड की कोशिश

आज से ठीक एक साल पहले 13 मार्च 2017 को भी विकास ने सुसाइड की कोशिश की थी लेकिन, बच गया था। विकास ने अंबेडकरनगर स्थित आवास पर रिवॉल्वर को कनपटी से सटाकर फायर कर लिया था। जिसके बाद उसे ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया था। जहां चले लंबे इलाज के बाद उसकी जान बच सकी थी। विकास ने उस वक्त फेसबुक पर पोस्ट लिखा था जिसमें उसने बीमारी से परेशान होकर खुद को गोली मारने का जिक्र किया था।

 

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मायावती ने घर पहुंचकर जताया शोक

बीएसपी नेता व विधायक लालजी वर्मा के बेटे विकास की मौत की खबर लगने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती उनके घर पहुंची और शोक संतप्त परिजनों से संवेदना जताई। वहीं, सपा से सुधरे संबंधों के नतीजे में समाजवादी पार्टी के विधानमंडल नेता रामगोविंद चौधरी भी लालजी वर्मा के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, बसपा नेता सुखदेव राजभर, रामअचल राजभर, सुषमा पटेल, नितेश पांडेय और सपा विधायक संग्राम सिंह यादव समेत अन्य नेता भी लालजी वर्मा के घर पहुंचे और संवेदना व्यक्त की।