-सीमेंट और सरिया के रेट गिरने के बावजूद नहीं शुरू हो पा रहे निर्माण कार्य

-अवैध खनन की सीबीआई जांच और बारिश ने बिगाड़ी मार्केट का तस्वीर

LUCKNOW : मौरंग और बालू के बिगड़े मिजाज ने राजधानी में चल रहे निर्माण कार्यो में ब्रेक लगा दी है। यह हाल तब है कि जब सीमेंट, ईट और सरिया के दामों में दिनोदिन गिरावट आ रही है लेकिन, इसके बावजूद निर्माण कार्य की रफ्तार थम चुकी है। मौरंग व बालू के रेट में दोगुने से ज्यादा इजाफे की वजह पहले तो बारिश बताई जाती थी पर, बारिश थमने के बाद भी रेट न गिरने की वजह भी बेहद दिलचस्प है। दरअसल, हाईकोर्ट ने प्रदेश में बढ़ते अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दी है। नतीजतन, अवैध खनन में जुटे लोग दहशत में आ गए हैं। इसी का नतीजा है कि बालू और मौरंग के रेट नई ऊंचाइयों को छूने को बेताब हैं।

दो महीने में रेट दोगुने

बिल्डिंग मटीरियल सप्लायर राजपूत साहू ने बताया कि अगस्त महीने के पहले सप्ताह में मौरंग का रेट 35 रुपये क्यूबिक फीट जबकि, बालू का रेट 16 रुपये क्यूबिक फीट था। पर, मूसलाधार बारिश के चलते खनन का काम रुक गया और सितंबर के पहले सप्ताह में मौरंग का रेट 75 रुपये क्यूबिक फीट जबकि बालू का रेट 38 रुपये क्यूबिक फीट तक जा पहुंचा। बारिश में निर्माण कार्य करा रहे लोगों ने मौरंग व बालू के रेट में इतनी बढ़ोत्तरी देख काम रुकवा लिया और बारिश थमने का इंतजार करने लगे। पर, उनका यह इंतजार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा और यह बढ़े रेट आज तक जारी हैं।

सीमेंट, ईट और सरिया के दाम धराशायी

मौरंग-बालू के रेट में दिनोदिन हो रहे इजाफे से निर्माण कार्य ठप क्या हुए, सीमेंट, ईट व सरिया के दाम भरभराकर जमीन पर आ गए। जहां अगस्त के पहले सप्ताह में ईट का दाम 24 हजार रुपये प्रति तीन हजार चल रहा था वहीं, बाजार में व्याप्त मंदी के चलते इन दिनों यह रेट 18 हजार रुपये प्रति तीन हजार तक आ गिरे हैं। यही हाल सीमेंट का भी है। जो सीमेंट बैग अगस्त के पहले सप्ताह में 350 रुपये तक जा पहुंचा था वह भी मांग न होने की वजह से 290 रुपये पर जा पहुंचे हैं। सरिया भी 35 रुपये प्रति किलो से घटकर 31 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंची है। सीमेंट व्यवसायी अमित शुक्ला ने बताया कि बारिश की वजह से वैसे ही सीमेंट के जमने का खतरा होता है और उस पर से बाजार की मंदी की वजह से दुकान में रखी सीमेंट बैग एक-एक कर खराब हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर जल्द ही मौरंग-बालू के रेट में तेजी नहीं थमी तो सीमेंट व्यापारियों को बड़ा नुकसान झेलना होगा।

सीबीआई की दहशत से रुका खनन

बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश में चल रहे अवैध खनन की शिकायत पर चिंता जताते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया था। जिसके बाद सीएम प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआई ने भी माना कि अवैध खनन हो रहा है। जिसके बाद कोर्ट ने सीबीआई को जांच का दायरा बढ़ाने का आदेश देते हुए पूरे प्रदेश में अवैध खनन और इसके जिम्मेदारों का पता लगाने को कहा। नतीजा यह हुआ कि प्रदेश भर में चल रहा अवैध खनन यकायक रूक गया। फिलवक्त डंप किया गया मौरंग-बालू बाजार में आ रहा है। जिसके रेट आसमान छू रहे हैं।

बॉक्स।

हजारों करोड़ का खनन का गोरखधंधा

बीते दिनों तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा था और खनन माफिया हर रोज सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपये के राजस्व का चूना लगा रहे थे। जानकारों की मानें तो प्रदेश भर में अब तक जारी रही इस लूट का प्रतिमाह का टर्नओवर कई हजार करोड़ रुपये का था।

बॉक्सटेबल

मटीरियल रेट अगस्त रेट सितंबर

मौरंग 35 रु। क्यू। फीट 75 रु। क्यू। फीट

बालू 16 रु। क्यू। फीट 38 रु। क्यू। फीट

सीमेंट 350 रु। बैग 290 रु। बैग

सरिया 35 रु। प्रतिकिलो 31 रु। प्रतिकिलो

ईट 24000 रु। प्रति 18 रु। प्रति तीन हजार

तीन हजार

पब्लिक कॉलिंग

सरिया, सीमेंट के रेट गिरने के बावजूद मार्केट में मंदी छायी है। अगर जल्द बालू-मौरंग के दाम नहीं गिरे तो दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।

अमित शुक्ला

सरिया, सीमेंट डीलर

हर रोज फुटकर में एक ट्रक मौरंग और इतनी ही बालू बेच लेता था। पर, रेट बढ़ने के साथ ही एक सप्ताह में भी एक ट्रक माल नहीं बिक पा रहा।

राजपूत साहू

मौरंग-बालू डीलर

जुलाई में बिल्डिंग मटीरियल सस्ता देख मकान बनवाना शुरू कर दिया था। पर, मौरंग-बालू के रेट में अचानक हुई बढ़ोत्तरी से बजट गड़बड़ा गया है। जिसके चलते मजबूरन काम रोकना पड़ा है।

एनके त्रिवेदी

मकान मालिक