-नैनी के महेवा एरिया में बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली

-गोली लगने से बिजनेसमैन की स्पॉट पर ही थम गई सांसें

नैनी थाना क्षेत्र के महेवा गांव में शनिवार को दिन दहाड़े एक लकड़ी व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। घटना के बाद हमलावर तमंचा लहराते हुए भाग निकले। घटना उस समय हुई जब व्यवसायी साइकिल से अपने घर की ओर लौट रहा था। इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस वहां जांच के लिए पहुंच गई। फैमिली मेम्बर्स ने इस मर्डर केस में तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।

शादी की चल रही थी तैयारी

महेवा पश्चिम पट्टी निवासी अमर चंद्र यादव ब्0 पुत्र स्व। लालता प्रसाद पिछले कुछ वर्षो से झूंसी में रहता था। उसने झूंसी में ही लकड़ी का व्यापार शुरू कर दिया था। भ् दिसंबर को उसके भाई की शादी है। शादी की तैयारी में वह जुटा था। झूंसी से नैनी आकर पूरा इंतजाम किया जा रहा था। इसी मामले में वह शनिवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे वह साइकिल से महेवा पहुंचा।

ताबड़तोड़ गोलियां मारी

अमर चन्द्र अपने अपने घर पहुंचने वाला था कि रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने उसे अपना शिकार बना लिया। घर पहुंचने से करीब क्00 मीटर पहले बाइक सवार तीन लोग वहां पहुंचे और उन्होंने अमर को रोक लिया। इससे पहले कि अमर कुछ समझ पाता बाइक सवार लोगों ने तमंचे निकाल लिए। बदमाशों ने अमर के सिर और चेहरे को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ तीन गोलियां दाग दीं। गोली लगते ही अमर चंद्र जमीन पर गिरकर तड़पने लगा। गोली की आवाज सुनकर जब आसपास के लोग उस ओर दौड़े तो हमलावर भाग निकले। आसपास के लोगों ने अमर चंद्र की पहचान होते ही परिजनों को जानकारी दी। परिजन जब तक मौके पर पहुंचते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। आनन फानन में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

नकाबपोश थे हमलावर

स्थानीय लोगों की माने तो हत्यारों ने चेहरे पर नकाब पहन रखा था। उन्होंने अमर चंद्र को रोकने के बाद सीधे गोली चलानी शुरू कर दी। दिन दहाड़े हुई इस घटना से लोग दहशत में आ गए। हत्यारों के जाने के बाद ही लोगों की बाहर निकलने की हिम्मत हुई। परिजनों ने तीन लोगों पर मर्डर का आरोप लगाया गया है। जिसमें गांव के ही सुखलाल उसके बेटे बड़े लाल और एक अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने जब आरोपियों की तलाश में दबिश दी तो पता चला कि वे भागे हुए हैं। इस मामले में गांव वालों ने बताया सुखलाल और अमर चंद्र के परिवार में पुरानी दुश्मनी है। इसी दुश्मनी में अमर चंद्र के भाई रमेश की लगभग छह वर्ष पहले गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।