एप्लीकेशन रिजेक्ट

सर्विसमैन निखिल ने कमिंग दीपावली पर कार खरीदने का प्लान बनाया था। कार लोन के लिए एसबीआई में एप्लीकेशन फॉरवर्ड भी कर दी थी। मगर, उनकी एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी गई। पड़ताल की तो मालूम हुआ कि बैंक उन्हीं को कार लोन दे रहा है जिनकी एनुअल इनकम 6 लाख रूपए है। चार लाख रुपए सालाना कमाने वाले निखिल के लिए ये एक बड़ा झटका है। निखिल की तरह कार खरीदने का सपना देखने वाले कई लोगों को एसबीआई की बदली हुई पॉलिसी से बड़ा झटका लगा है। हालांकि, कार लोन में बढ़ोतरी के बाद दूसरी बैंक्स भी अपनी-अपनी लिमिट बढ़ाने की तैयारी में हैं।

2.5 लाख से 6 लाख तक  

अभी तक एसबीआई 2.5 लाख सालाना कमाने वालों को भी कार खरीदने के लिए लोन दे देती थी। मगर, अब यह लिमिट बढ़ाकर 6 लाख कर दी गई है। इनकम लिमिट बढऩे के साथ ही प्रोसेसिंग फीस और अदर चार्जेज में भी चेंजेज किये गये हैं।

इसलिए बढ़ाई गई लिमिट

आखिर कार लोन देने के लिए इनकम की लिमिट बढ़ाई क्यों गई? इस सवाल के जवाब में एसबीआई ऑफिसर्स का कहना है कि महंगाई के इस दौर में 2.5 लाख सालाना कमाने वाला व्यक्ति कार लोन एफोर्ड नहीं कर सकता है। पहले ही खाने-पीने से लेकर बच्चों की पढ़ाई, ट्यूशन समेत दूसरी चीजें काफी महंगी हो चुकी हैं। ऐसे में लोन लेने पर उसकी ईएमआई चुकाना और ऊपर से पेट्रोल-डीजल का खर्च मैनेज करना आसान नहीं होगा। इन्हीं ग्राउंड्स पर कार लोन के लिए एनुअल इनकम की लिमिट बढ़ा दी गई है।

मिडिल क्लास पर बड़ी मार

कानपुर में 70 परसेंट से ज्यादा पॉपुलेशन मिडिल क्लास को बिलॉन्ग करती है। बैंक के नये आदेश सोसाइटी के इस बड़े तबके को काफी प्रभावित करेंगे। महंगाई ने पहले ही आम जनता की जेब खाली कर रखी है। रही-सही कसर बैंकों के नए नियम-कायदे पूरी करने पर तुले हुए हैं। यूपी बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल सोनकर के मुताबिक कानपुर की 46 बैंकों की 400 से ज्यादा ब्रांचेज में एसबीआई कस्टमर्स की संख्या सबसे ज्यादा है। एनुअल इनकम लिमिट कम होने की वजह से ज्यादातर लोग एसबीआई से ही कार लोन के लिए एप्लाई करते थे। मगर, नियमों में बदलाव से कार लोन लेने वालों की संख्या दो तिहाई घटना तय है।

सैलरी कम, फिर भी मिलेगा लोन

अगर आपकी एनुअल इनकम 6 लाख रूपए से कम है तो भी आप कार लोन के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। जाहिर है मन में सवाल उठेगा कैसे? अरे भई अगर आपके घर में भाई, वाइफ या कोई अदर फैमिली मेम्बर भी वर्किंग है तो उसकी सैलरी जोडक़र एनुअल इनकम लिमिट के इस ब्रैकेट तक पहुंचे और कर दीजिए कार लोन के लिए सारी फॉर्मेल्टीज पूरी। ऑफिशियल फॉर्मेल्टी के बाद बैंक फिक्स्ड टाइम फ्रेम में कार लोन आपको इश्यू कर देगा।

इनके लिए सपना है कार लोन

सिटी में कई गवर्नमेंट इम्प्लॉईज ऐसे भी हैं, जिनके लिए कार लोन अब भी सपना है। केडीए, नगर निगम, कलेक्ट्रेट, पुलिस, रेलवे, पीडब्लूडी समेत कई विभागों में ग्रुप-सी लेवल इम्प्लॉईज की मंथली सैलरी 20-35 हजार रूपए तक है। वहीं ग्रुप डी की मंथली सैलरी 15-20 हजार के बीच में है। ऐसे इम्प्लॉईज के लिए अपनी एनुअल इनकम के बेसिस पर लोन लेकर कार खरीदना सपना ही बनकर रह जाएगा।

कार लोन लेने के लिए बैंक्स ने फिक्स की मिनिमम सैलरी लिमिट:

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया : 6 लाख

पंजाब नेशनल बैंक : 2.4 लाख

इलाहाबाद बैंक : 3 लाख

एक्सिस बैंक : 2.5 लाख

एचडीएफसी बैंक : 1-4.5 लाख तक

आईसीआईसीआई बैंक : 2.5 लाख

कार लोन के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स :

- 12 महीने का बैंक एकाउंट का स्टेटमेंट

- 2 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

- सिग्नेचर आइडेंटिफिकेशन फ्रॉम बैंकर्स ऑफ बॉरोअर्स

- पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड

- रेजीडेंस प्रूफ

- लेटेस्ट सैलरी स्लिप

- सैलरीड इम्प्लॉई के लिए 2 साल व प्रोफेशनल, सेल्फ इम्प्लॉयड, बिजनेसमैन के लिए 3 साल का आईटी रिटर्न या फॉर्म 16.

- नॉन सैलरीड इंडीवीजुअल्स के लिए ऑफशियल एड्रेस प्रूफ।