-आज शाम पांच बजे रावण का लंका और रावण जलाया जाएगा

-सीएम के अलावा नेता प्रतिपक्ष, कैबिनेट मंत्री, विधायक बनेंगे गवाह

-67 सालों से चली आ रही है बन्नू बिरादरी की है सांस्कृतिक धरोहर

DEHRADUN : पिछले म्7 सालों से बन्नू बिरादरी द्वारा आयोजित होने वाले लंका व रावण दहन आज परेड ग्राउंड में संपन्न होगा। इसके लिए तैयारियों पूरी हो चुकी है। थर्सडे देर शाम तक मेघनाद, कुंभकरण व रावण के पुतले स्थापित किए गए। फ्राइडे को आयोजित होने वाले दहन प्रोग्राम में सीएम हरीश रावत के अलावा कई कैबिनेट मंत्री, नेता प्रतिपक्ष व विधायकों के अलावा गणमान्यों के पहुंचने की उम्मीद है। जहां शाम म्.भ् मिनट पर भगवान पुरुषोत्तम राम व लक्ष्मण अपने तीर-कमान से लंका और रावण का दहन करेंगे। खास बात यह है कि इस बार स्थापित किए गए रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतले गत वर्षो की तुलना में लंबे व चौड़े बताए गए हैं।

परेड ग्राउंड में आयोजित होगा

हर साल की तर्ज पर इस बार भी वह मोस्ट अवेटेड घड़ी आ ही गई। जिसका पूरे दूनवासियों को इंतजार रहता है। राजधानी का सबसे बड़ा लंका व रावण दहन प्रोग्राम शहर के बीचोंबीच स्थित परेड ग्राउंड में आयोजित होगा। गुरुवार को सुबह से लेकर देर शाम तक तैयारियों जोरों पर रहीं। हालांकि यह पहला मौका था, जबकि एक दिन पहले तक लंका, रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले देर शाम तक स्थापित किए गए। जबकि विगत वर्षो में एक दिन पहले दोपहर तक आम लोग रावण और लंका को देख लेते थे। इसके पीछे मौसम की बेरुखी भी कारण बताई गई, लेकिन बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी ने मौसम से बचाव के लिए इस बार इंतजाम भी पूरे किए हैं।

म्7 सालों से जारी है सिलसिला

बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी के मंच संचालक संजय कुमार चांदना के मुताबिक करीब डेढ़ बजे मच्छी बाजार स्थित गोपीनाथ मंदिर से जुलूस निकलते हुए परेड ग्राउंड पहुंचेगा। इसके बाद शाम करीब पांच बजे लंका दहन और म्.0भ् मिनट पर रावण का पुतला दहन आयोजित किया जाएगा। भगवान राम व लक्ष्मण रावण की नाभी पर तीर मारकर रावण को भस्म करेंगे। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर सीएम हरीश रावत के अलावा नेता प्रतिपक्ष, कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल व कई विधायकों के अतिरिक्त आलाधिकारी व गणमान्य मौजूद रहेंगे। इसके लिए सुरक्षा इंतजामात भी पुख्ता किए गए हैं। संजय कुमार चांदना ने म्7 सालों के लंबे समय को बुजुर्गो का योगदान बताया। जिसके संरक्षक लक्ष्मण दास बिरमानी है।

देखने वालों की भीड़ जारी रही

गुरुवार को देर शाम तक पुतले स्थापित करने का काम जारी रहा। बताया गया है कि यह पहला मौका है जब एक दिन पहले लंका, रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतलों पर लाइटिंग देखने को मिली। लाइटिंग से जगमगाए गए पुतलों को देखने वालों की देर शाम तक खासी भीड़ रही।