RANCHI : देश भर में ऐसे कई लोग मौजूद हैं, जो रद्दी-पुरानी चीजों से घरेलू इस्तेमाल की चीजें बना करच्अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं। ऐसे ही प्रतिभावान लोगों को अब रांची में भी एक मंच मिलेगा। जल्द ही रांची के चिरौंदी स्थित साइंस सेंटर में इन्नोवेशन हब बनेगा। इसके लिए मंगलवार को कैबिनेट ने 90 लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर दी। इन्नोवेशन हब बनाने में 1 करोड़ 80 लाख रुपए खर्च होंगे। आधी रकम केंद्र सरकार से मिलेगी। नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम्स (एनसीएसएम), कोलकाता के साथ इन्नोवेशन हब बनाने के लिए राज्य सरकार एमओयू करेगी। कैबिनेट ने एमओयू के मसौदे को भी मंजूरी दे दी है।

साइंस एंड टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने की कोशिश

सरकार इन्नोवेशन हब के जरिये साइंस एंड टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने और अभिनव प्रयोग के माध्यम से लोगों में साइंटिफिक सोच विकसित करने की कोशिश में जुटी है। इन्नोवेशन हब में आइडिया लैब, डिस्कवरी हॉल, इन्नोवेशन रिसर्च सेंटर, हॉल ऑफ फेम, डिजाइन स्टूडियो और कबाड़ से जुगाड़ जैसे सेक्शन बनाये जाएंगे। इनमें रिसाइकल्ड मैटेरियल और कबाड़ से नयी-नयी चीजें तैयार करने की सारी सुविधाएं मौजूद होंगी। स्कूल तथा कॉलेज के स्टूडेंट्स डिजाइन स्टूडियो में अपनी वैज्ञानिक परिकल्पना को मूर्त रूप देंगे। यहां उन्हें हर तरह के लेटेस्ट इक्विपमेंट भी मिलेंगे।

सौ रुपए की टोकन मनी में जल क्षेत्र की बंदोबस्ती

जलाशयों में स्थानीय विस्थापितों को मछली पालन के लिए सरकारी नियमों में ढील देने का भी फैसला किया गया है। अब मात्र सौ रुपए की टोकन राशि में स्थानीय मत्स्यजीवी सहयोग समितियों अथवा विस्थापितों को एक साल के लिए हेक्टेयर जल क्षेत्र की बंदोबस्ती दी जाएगी। मंगलवार को कैबिनेट ने कुल सात प्रस्तावों को मंजूरी दी। एक अन्य फैसले केज्तहत राज्य के पंचायती राज संस्थाओं के क्षेत्राधिकार के लिए झारखंड बिल्डिंग बायलॉज 2016 को अंगीकृत करने के संकल्प को मंजूरी दी गयी।