- वोटर लिस्ट में गड़बडि़यों को रोकने के लिए आया नया लेटेस्ट सॉफ्टवेयर

- अब पूरी वोटर्स लिस्ट सेन्ट्रल से होगी ऑपरेट, नाम ढूंढने में नहीं होगी मुश्किल

KANPUR : वोटर्स लिस्ट में होने वाली गड़बडि़यों को रोकने का इंतजाम कर लिया गया है। ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है जो एक नाम वाले वोटर्स की तुरंत पहचान कर लेगा और उसे कैंसिल कर देगा। यही नहीं अब पूरी वोटर लिस्ट सेन्ट्रल से ऑपरेट होगी, जिसमें लोगों को अपना नाम ढूढ़ने में विशेष परेशानी नहीं होगी।

अपडेट नहीं होती थी लिस्ट

अब तक मतदाता सूची का जो सिस्टम था। उसमें राज्यों से केन्द्र को लिस्ट भेजी जाती थी, जिसे केन्द्रीय (दिल्ली) स्तर पर अपडेट किया जाता था। कई बार केन्द्र की लिस्ट को अपडेट नहीं किया जाता था, इसलिए eci.co.in की साइट पर वोटर्स को अपना नाम उसमें से गायब मिलता था।

पुराना सिस्टम होगा खत्म

अब यह सारे सिस्टम खत्म किए जा रहे हैं। नया सॉफ्टवेयर से मतदाता सूची में गड़बड़ी की संभावना न के बराबर हो जाएगी। इस सॉफ्टवेयर के जरिए अब सारी वोटर्स लिस्ट सीधे केन्द्र के पास होगी। जिसे वहां से राज्यों को भेजा जाएगा। इसका फायदा यह मिलेगा कि चाहे राज्यों के इलेक्शन कमीशन की साइट खोली जाए या केन्द्र की साइट खोली जाए, दोनों में ही मतदाता को अपना नाम दिखाई देगा।

दूसरी नाम मिलते ही कैंसिल

नए सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देते हुए एडीएम (भू अध्याप्ति) आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बताया कि इसमें एक खास बात यह भी है कि यदि किसी मतदाता का नाम वोटर्स लिस्ट में कहीं से रजिस्टर्ड है और अगर वह मतदाता कहीं दूसरी जगह से भी नाम रजिस्टर्ड करना चाहेगा तो सॉफ्टवेयर उसकी फोटो के आधार पर तुरंत पकड़ कर लेगा। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर एक नाम अपने आप डिलीट भी कर देगा। यही नहीं अगर किसी वोटर का एड्रेस चेंज होता है तो पुराना वाला एड्रेस यह साफ्टवेयर आटोमैटिक डिलीट कर देगा।

अभी ट्रायल पर है सॉफ्टवेयर

इस आधुनिक सॉफ्टवेयर को अभी ट्रायल पर चलाया जा रहा है। ट्रायल सफल होने के बाद 1 सितम्बर से इसका कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ecinet.in साइट पर इसको लोग देख सकेंगे। भविष्य में इसी साइट पर नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल भी शुरू की जाएगी।