- बीटीसी और शिक्षक भर्ती के लिए काउंसलिंग कराने वाले अभ्यर्थियों के अंकों में भी अंतर

- पहले भी 16 कैंडिडेट्स के डाक्यूमेंट मिल चुके हैं संदिग्ध, विभाग नहीं ले रहा सख्त एक्शन

आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग की शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। अब ऐसे दो दर्जन अभ्यर्थी सामने आए हैं, जिनके बीटीसी में काउंसलिंग के दौरान अंक कुछ और थे, लेकिन शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आवेदन तक इन अंकों में इजाफा हो गया। मेरिट में अंतर होने के बाद भी विभाग ने इन्हें शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में शामिल किया है।

24 अभ्यर्थियों के अंकों में अंतर

शिक्षक भर्ती में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों ने इस वर्ष बीटीसी में काउंसलिंग कराई थी, इसके बाद उन्हीं छात्रों ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आवेदन किया है, लेकिन पहले की अपेक्षा उनकी मेरिट में इजाफा हुआ है। ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या 24 है। मेरिट में अंतर होने के बाद भी उक्त अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति में मौका दिया जा रहा है।

पहले भी सामने आ चुके हैं फर्जी दस्तावेज

बेसिक शिक्षा विभाग में 16448 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। आगरा जनपद में 477 शिक्षकों के पद नियुक्ति की जा रही है। उक्त पदों के लिए 17165 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सोमवार को इसकी कट ऑफ जारी कर दी गई। लेकिन, इससे पूर्व पिछले वर्ष काउंसलिंग कराने वाले 16 अभ्यर्थियों के डाक्युमेंट संदिग्ध पाए गए थे। विभाग द्वारा इसकी जांच जारी है।

जांच में हो सकता है खुलासा

शिक्षक भर्ती में शामिल होने वाले ऐसे अभ्यर्थियों के डाक्युमेंटस की बारीकी से जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है। विभाग की ओर से उक्त अभ्यर्थियों पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।