- मेडिकल कॉलेज में वार्ड व्वॉय के लिए चल रही है भर्ती

-पीपीगंज के दो नर्रि्सग होम ने कैंडिडेट्स को जारी किए 100 से ज्यादा सर्टिफिकेट

-कैंडिडेट्स ने बताया कि 100 रुपए में उन्होंने तैयार करवाया नर्रि्सग होम का फर्जी सर्टिफिकेट

GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज में इन दिनों संविदा पर वार्ड व्वॉय की वैकेंसी के लिए इंटरव्यू चल रहे हैं। क्फ् पदों के लिए अब तक ख्फ्00 से ज्यादा आवेदन आए हैं। जब आवेदन फॉर्म की जांच की गई तो उसके साथ अटैच ब्0 परसेंट से ज्यादा सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए।

भर्ती प्रक्रिया के दौरान अब टीम ने अब तक क्क् अभ्यर्थियों को फर्जी सर्टिफिकेट के साथ पकड़ा है।

ऐसे हो रही है भर्ती

किस पद के लिए हो रही भर्ती- बीआरडी मेडिकल कॉलेज के क्00 बेड वाले वार्ड के लिए वार्ड ब्वॉय की भर्ती प्रक्रिया क्म् सितंबर से शुरू हुई है और यह ख्फ् सितंबर तक चलेगी।

कुल कितने पद -संविदा में वार्ड ब्वॉय के कुल क्फ् पद हैं। इन पदों के लिए के लिए ख्फ्00 से ज्यादा आवेदन आए हैं।

क्या चाहिए- आवेदक के पास किसी भी नर्सिग होम या डॉक्टर की क्लीनिक में एक साल काम करने का अनुभव होना चाहिए। इसके लिए संबंधित नर्रि्सग होम या क्लीनिक का सर्टिफिकेट लगाना है।

होगा केवल इंटरव्यू-भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा नहीं होनी है बल्कि प्रमाण पत्र के साथ केवल इंटरव्यू होना है।

जारी किए क्00 से ज्यादा सर्टिफिकेट

वार्ड व्वॉय के लिए आवदेकों को नर्रि्सग होम या क्लीनिक का सर्टिफिकेट लगाना है। हैरत की बात यह है कि पीपीगंज के दो नर्सिग होम से अलग-अलग सौ से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी किए गए है। जबकि उनके पास न इसका रिकॉर्ड है और न ही स्टॉफ की डिटेल। एक के बाद एक सैकड़ों सर्टिफिकेट की जब जांच की गई हो तो इसका खुलासा हुआ। भर्ती प्रक्रिया बीआरडी मेडिकल कॉलेज का स्टाफ एक मजिस्ट्रेट की निगरानी में हो रही है। एक ही जगह के सर्टिफिकेट मिलने पर मजिस्ट्रेट ने दोनों डॉक्टरों को फटकार लगाई।

क्00 रुपए में तैयार कर रहे सर्टिफिकेट

प्रमाण पत्र और अनुभव सर्टिफिकेट की जब जांच शुरू हुई तो आवेदन करने वाले चालीस प्रतिशत अभ्यार्थी बिना इंटरव्यू दिए ही खिसक गए। मेडिकल कॉलेज स्टाफ ने पिछले तीन दिनों में क्क् अभ्यर्थियों को फर्जी सर्टिफिकेट लगाने के मामले में पकड़ा है। हालांकि उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन पुलिस ने उनका नाम पता दर्ज कर लिया है। पकड़े जाने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि केवल क्00 रुपए खर्च कर वह नर्सिग होम के लेटरपैड पर फर्जी सर्टिफिकेट तैयार कर लेते हैं। फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद भर्ती प्रक्रिया में प्रमाण पत्रों की चेकिंग सघन कर दी गई है।