- चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर ऑफिस पर हंगामे के बाद कैंडिडेट्स ने किया चक्का जाम

- धांधली का आरोप लगाने वाले कैंडिडेट्स ने उच्चस्तरीय जांच की मांग

GORAKHPUR : आरपीएफ भर्ती में शामिल कैंडिडेट्स ने मंडे को एनई रेलवे चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर ऑफिस पर जमकर हंगामा काटा। हंगामा के बाद भी वाजिब रिस्पांस नहीं मिला तो कैंडिडेट्स ने यूनिवर्सिटी से मोहद्दीपुर जाने वाले मार्ग को जाम कर दिया। हंगामा करने वाले कैंडिडेट्स का आरोप था कि मेरिट लिस्ट में धांधली की गई है जिसकी जांच कराई जाए। वहीं चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर ने बताया कि मेरिट लिस्ट में किसी भी प्रकार की कोई धांधली नहीं हुई है।

हंगामे के बाद कैंडिडेट्स ने कर दिया चक्का जाम

मंडे की दोपहर करीब एक बजे ख्भ्0 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने आरपीएफ भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए यूनिवर्सिटी से मोहद्दीपुर जाने वाले मार्ग को करीब आधे घंटे के लिए जाम कर दिया। जिसके चलते इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हंगामा कर रहे कैंडिडेट्स रामाआशीष, रिंकू कुमार, अनुराग सिंह, पुनीत, सुजान सिंह आदि का आरोप था कि वह रिटेन, फिजिकल, वाइवा व मेडिकल में क्वालिफाई कर चुके थे। उनका मेडिकल भी अच्छा हुआ था। इसके बाद भी उनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आया। उन्होंने ख्0क्क् से काफी मेहनत की थी। कई कैंडिडेट्स का यह भी आरोप था कि मेडिकल में डॉक्टर्स द्वारा जबरदस्त खेल किया गया है। आई विजन में प्राब्लम न होने के बाद भी आई साइट वीक दिखाई गई है। जबकि मेडिकल होते समय डाक्टर ने सारी चीजें फिट बताई थी।

क्7,087 पदों के लिए निकाली गई थी भर्ती

रेलवे सुरक्षा बल, भारत सरकार (रेल मंत्रालय) की तरफ से ख्0क्क् में क्7,087 आरपीएफ पुरुष व महिला कांस्टेबल के पदों की भर्ती निकली गई थी। इसमें क्फ्,फ्0,98भ् पुरुष और 8फ्,000 महिला कैंडिडेट्स के आवेदन शामिल थे। आवेदन के बाद सन ख्0क्फ् में क्म्, ख्फ् और फ्0 जून को इन कैंडिडेट्स के रिटेन एग्जाम हुए। रिटेन एग्जाम में क्वालिफाई कैंडिडेट्स को फिजिकिल एफिशिएंसी टेस्ट के लिए मई ख्0क्ब् में कॉल किया गया। ख्ख् मई ख्0क्ब् से कैंडिडेट्स के पीईटी और डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन का कार्य चलता रहा जो जुलाई के लास्ट तक चला।

बाक्स में दें

आरटीआई से ले सकते हैं जानकारी

चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर आरके शर्मा ने बताया कि जिन कैंडिडेट्स का नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आया है। वह अगली आरपीएफ भर्ती में फिर से ट्राई कर सकते हैं। रहा सवाल मेरिट लिस्ट में नाम न होने का तो इसके लिए आरटीआई लगाकर जानकारी ली जा सकते है।

आरपीएफ भर्ती प्रक्रिया में जबरदस्त खेल किया गया है। जब मैं फिजिकल, रिटेन, वाइवा और मेडिकल क्वालिफाई कर चुका था तो फिर मेरिट लिस्ट में क्यों नहीं शामिल किया गया।

अनुराग सिंह

रिटेन, फिजिकल, वाइवा और मेडिकल सब अच्छा हुआ था। यहां तक किडॉक्टर ने मुझे पूरी तरह से फिट भी बताया था, लेकिन यहां तो आई विजन की प्राब्लम बताकर मेरिट लिस्ट से बाहर कर दिया गया।

पारूल पुनिया

आरपीएफ भर्ती में पूरी तरह से ट्रांसपैरेंसी बरती गई है। कैंडिडेट्स के रिजल्ट मेरिट के आधार पर तैयार किए गए हैं। जिनके नाम मेरिट लिस्ट में नहीं हैं, वह कहीं न कहीं मेडिकल में अनफिट होंगे।

आरके शर्मा, आईजी रेलवे, एनई रेलवे, गोरखपुर