- पिछले काफी समय से चला आ रहा था 22 बी का मामला

- कैंट बोर्ड प्रशासन और पुलिस से कार्रवाई को मांगी थी मदद

- रेस्टोरेंट से लेकर बाथरूम और हर कमरे को लगाई सील

meerit@inext.co.in

Meerut : पिछले काफी समय से बंगला संख्या ख्ख् बी पर चल रहे विवाद के बीच में आखिरकार कैंट बोर्ड ने पूरे बंगले पर सील लगा दिया। गुरुवार को भारी पुलिस फोर्स और सेना पुलिस की मौजूदगी में कैंट बोर्ड की टीम ने बंगले के हर कमरे को सील किया। इस दौरान कैंट बोर्ड की टीम और बंगले पर मालिकाना हक रखने वाले के बीच में विरोध भी हुआ। लेकिन हंगामे और विरोध के बीच कैंट बोर्ड ने पूरे बंगले को सील करके अपने कब्जे में ले लिया।

विरोध के बीच लगाई सील

ख्ख् बी को सील किए जाने के लिए कैंट बोर्ड ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से कुछ दिन पहले सहयोग मांगा था। पुलिस फोर्स मिलने की स्थिति में ख्8 मई को सुबह की सील लगाने की तैयारी थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कैंट बोर्ड की टीम पुलिस फोर्स और सेना के साथ गुरुवार को ख्ख् बी को सील करने पहुंची। कुछ समय के लिए टीम को विरोध का सामना करना पड़ा, बंगले के पक्ष में खड़े पंकज जौली और उनके समर्थकों की ओर से सिविल कोर्ट के निर्णय को अपने पक्ष में दिखाया गया। फिर भी कैंट बोर्ड ने आवासीय ओल्ड ग्रांट बंगले में अवैध रूप से रिसोर्ट या होटल को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी।

नहीं रोक पाया कार्रवाई

रिसोर्ट के हर कमरे को सील कर दिया गया। उसके बाद बाहर से पूरे बंगले को सील कर दिया गया। सील लगाने के दौरान गेट पर कील ठोकने को लेकर थोड़ी बहुत बहस भी हुई। मौके पर पहुंचे संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता भी पूरे मामले को देखकर कुछ देर रुकने के बाद लौट गए। पंकज जौली पूरे अभियान के दौरान पुलिस के आला असफरों के सामने अपना पक्ष दिखाते बताते रहे, लेकिन सील की कार्रवाई को नहीं रोक पाएं। सील के दौरान एएसपी संकल्प शर्मा, लालकुर्ती थाने की पूरी फोर्स, सेना के जवान आदि मुस्तैद रहे।

वर्जन

पुलिस फोर्स मिलने के बाद सील की कार्रवाई की गई। आगे सील पर नजर रखने के लिए कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। जब तक हाईकोर्ट में दाखिल याचिका पर निर्णय नहीं आ जाता। यहां सील लगी रहेगी।

- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड