- सेना ने 16 व कैंट बोर्ड ने 32 स्थानों का किया चयन
- कैंट क्षेत्र में नहीं है एक भी मोबाइल कंपनी का टॉवर
Meerut । कैंट क्षेत्र में मोबाइल के सिग्नल सुधारने के लिए कार्यवाही शुरू हो गई है। जल्द ही कैंट में विभिन्न कंपनियों के मोबाइल सिग्नल आने लगेंगे। कैंट बोर्ड जल्द ही छावनी क्षेत्र में काऊ लगाने वाला है। इसके लिए सेना व कैंट बोर्ड ने स्थानों का भी चयन कर लिया है। मोबाइल कंपनियों से टॉवर लगाने के लिए बात चल रही है।
क्या है काऊ
काऊ का मतलब कम्यूनिकेशन ऑफ व्हील है। इसमें मोबाइल कंपनी द्वारा गाडि़यों के माध्यम से कैंट में विभिन्न स्थानों पर खड़ा किया जाएगा। उस गाड़ी में छोटे टॉवर लगे होंगे। उसके माध्यम से कंपनियों के सिग्नल कैच करने लगेंगे।
48 स्थानों पर लगेंगे काऊ
कैंट बोर्ड छावनी क्षेत्र में 48 स्थानों पर काऊ लगाने की योजना बना रहा है। इसके लिए सेना ने 16 स्थान तय कर दिए हैं, जहां पर काऊ लगने हैं। जबकि कैंट बोर्ड द्वारा 32 स्थानों का चयन किया गया है।
काफी पुरानी है मांग
कैंट क्षेत्र में एक भी टॉवर नहीं है, जिस कारण यहां पर मोबाइल के सिग्नल नहीं आते हैं। मोबाइल टॉवर लगाने की कई साल से मांग चल रही थी। अनेक बार प्रस्ताव भी बने लेकिन वह प्रस्ताव केवल प्रस्ताव ही बनकर रह गए। उन प्रस्तावों पर कुछ काम नहीं हुआ। अब जाकर काऊ लगाने पर मोहर लगी है।
कैंट में मोबाइल सिग्नल की बहुत ही समस्या है। कैंट में आने के बाद न तो फोन आते है और न ही फोन कर सकते हैं। यदि किसी को फोन आ जाए तो ठीक से बात नहीं हो पाती है।
-विनेश तोमर
कैंट क्षेत्र में यदि टॉवर लग जाएं तो बहुत ही अच्छी बात है। किसी भी कंपनी द्वारा सिग्लन को ठीक करने के लिए कभी काम ही नहीं किया गया। चलो कम से कम कैंट बोर्ड ने सोचा तो सही है।
-सौरभ
कैंट में टॉवर बहुत बड़ी समस्या है। यही कारण है कि यहां पर लैंडलाइन फोन बहुत अधिक लगे हुए है। इसके अलावा बात करने का कोई समाधान नहीं है। यदि काऊ लग जाए तो बहुत ही अच्छी बात है। कम से कम मोबाइल से बात तो कर सकेंगे।
-अनुज
काऊ लग जाए तो बहुत ही अच्छा होगा। कम से कम मोबाइल से बात तो कर सकेंगे। यहां पर तो टॉवर आते ही नहीं है। बहुत समस्या होती है। कम से कम इस समस्या का कैंट बोर्ड ने समाधान तो सोचा।
-शोभित
काऊ लगाने के लिए स्थानों का चयन कर लिया गया है। 16 स्थान सेना ने दिए है, जबकि 32 स्थान हमारी ओर से चयन किए गए है। कंपनियों से बात चल रही है। जल्द ही बात पूरी कर काऊ लगवा दिए जाएंगे। इसके लगने से कैंट में सिग्नल की समस्या खत्म हो जाएगी।
-राजीव श्रीवास्तव सीईओ कैंट बोर्ड